पटना: विपक्ष ने क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली को लेकर सरकार पर हमला बोला है. विपक्ष का कहना है कि अन्य राज्यों से वापस आए प्रवासी मजदूरों को सरकार सही से भोजन नहीं दे रही है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों की स्थिति ठीक नहीं है.
कोरोना संक्रमण को लेकर देश भर में लगे लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों अब आपने गांव आ रहे हैं. लेकिन संक्रमण ज्यादा फैले नहीं इसको लेकर सरकार सभी प्रवासी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग करा उन्हें क्वॉरोंटाइन सेंटर में रख रही है. सरकार का दावा है कि इन सभी को समुचित व्यवस्था मुहैया करायी जा रही है. लेकिन क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली और मजदूरों को समय पर भोजन नहीं मिलने के कारण हंगामे का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है. इसको लेकर विपक्ष ने एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने साधा निशाना
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लॉकडाउन में फंसे मजदूर इतनी दूर से आए हैं. सरकार उन्हें भले ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में रख रही हो. लेकिन उनको क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाने की व्यवस्था अच्छी नहीं है, और सरकार ने अपने करनामें को छिपाने के लिए वहां मीडिया को बैन कर दिया है. यदि मीडिया कर्मी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर जाते तो सरकार जो कुछ व्यवस्था मजदूरों को दे रखी है, वह सबके सामने आ जाती इसलिए सरकार ने मीडिया हो जाने से पाबंदी लगा दी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मीडिया पर पाबंदी तो लगा दी लेकिन जो मजदूर किसी न किसी माध्यम से अपनी आवाज मीडिया तक पहुंचा दे रहे हैं. और सरकार की पोल खोलकर रख दे रहे हैं.
आपदा के नाम पर लूट- आरजेडी
वहीं, आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाली को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाली आज से नहीं बल्कि सरकार ने जब से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है, तब से है. वहां पर रह रहे लोगों को शुद्ध भोजन नहीं मिल रहा है. सरकार कोरोना के नाम पर लूट मचा रही है. मंत्री हो या पदाधिकारी हो सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर के नाम पर लूटने में लगे हुए हैं.
आपदा का सरकार कभी ऑडिट करवाती नहीं है और आपदा के नाम पर जनता के पैसे को सरकार सिर्फ लूट रही हैं. सरकार लाख दावा कर ले की क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की सरकार जान दे रही है उन्हें खाने-पीने से रहकर रहने की भी व्यवस्था अच्छी है लेकिन जिस तरह से क्वॉरेंटाइन सेंटर पर खाने के लिए हंगामा हो रहा है इससे तो तस्वीर साफ है कि लोगों को वहां पर खुद भोजन नहीं मिल रहा है.