पटनाः बिहार में जहरीली शराब से मौत (Death due to spurious liquor in Bihar) मामले की जांच एनएचआरसी (National Human Rights Commission of India) करेगी. जिसपर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा राज्य सरकार आंकड़े को छुपा रही है. जो जांच में सामने आ जाएगी. नीतीश कुमार दोषी कर कार्रवाई करने के बदले व्यंग्य की भाषा बोल रहे हैं. इसे आयोग ने संज्ञान में लिया है. वह एक स्वतंत्र संस्था है. उसे अधिकार है जांच करने का. इस मामले में दोषी पर कार्रवाई होना जरूरी है.
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मौत के जिम्मेवार नीतीशः नीतीश कुमार के मुआवजा मिलने के बयान पर कहा शराबबंदी अच्छी चीज है. लेकिन शराबबंदी की नीति आप लाते हैं तो इसके लिए तत्परता जरूरी है. शुरू से ही नीतीश कुमार अपने अहम में रहे. किसी की बात को नहीं माने जिस कारण आज 72 लोगों की मौत हो गई. इन 6 साल में एक 100 से ज्यादा घटनाए हुईं है. जिसमें 1000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके जिम्मेवार नीतीश कुमार हैं.
कार्रवाई के बदले व्यंग्य करते हैं नीतीशः शराब जब्त होती है तो पता नहीं वह कहां चली जाती है. जो स्प्रीट जब्त होती है, उसे माफिया और शराब बनाने वाले ठिकेदार को दे दिया जाता है. इसमें बिहार सरकार, सासन और पुलिस शामिल है इसलिए इस तरह की घटनाएं घट रही है. सारी मौत के जिम्मेवार नीतीश कुमार हैं. उन्हें दोषियों पर कार्रवाई करना चाहिए लेकिन वे व्यंग्य की भाषा बोल रहे हैं. व्यंग्य की भाषा अच्छी भाषा नहीं होती है.
"छपरा शराब कांड में आंकड़ा छुपाया जा रहा है. जो एनएचआरसी की से सामने आएगा. घटनाएं में जो मौंते हुईं है उसका जिम्मेवार सिर्फ नीतीश कुमार हैं. वे दोषी कर कार्रवाई के बदले व्यंग्य की भाषा बोलते हैं जो अच्छी बात है. उनसे आग्रह है कि मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई करें." - नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री
BJP ही माहौल को सुधारेगीः प्रशांत किशोर ने कहा कि तीन साल पहले की तेजस्वी की ताजपोशी कर दें. इस पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसकी ताजपोशी करेंगे ये उनका विषय है. लेकिन अब भारतीय जनता इसको देख रही है. अब एनडीए की सरकार बनेगी. नीतीश कुमार व तेज्सवी यादव ने जो विधि व्यवस्था खराब की है, उसे सुधारा जाएगा. नीतीश कुमार से आग्रह है कि घटना में दोषी कर कार्रवाई करें.
जहरीली शराब पीने से मचा मौत का तांडवः गौरतलब है कि सारण में जहरीली शराब पीने से मौत का तांडव मचा हुआ है. यहां हर रोज जहरीली शराब से सेवन करने वाले लोगों की मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अबतक 75 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं शराब से मौत मामले को लेकर सूबे की सियासत भी गरमायी हुई है. विधानसभा में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा. इस मामले में एसपी ने 72 घंटे के अंदर 213 लोगों के पकड़े जाने की बात कही है. इनमें से कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस आरोपी गुड्डू पांडे और अनिल सिंह को भी गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
67 लोगों की मौत की पुष्टि : आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. बीमार लोगों का इलाज छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में चल रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की आखों की रोशनी भी चली गई है. अधिकारिक तौर पर अब तक 67 मौतों की पुष्टि की गई है. वहीं, इस मामले में थानेदार और चौकीदार पर गाज गिरी है. एसपी संतोष कुमार (SP Santosh Kumar) ने दोनों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. SDPO का ट्रांसफर किया गया है. मढ़ौरा डीएसपी पर भी तबादले की तलवार लटकी है.