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नीरज कुमार का लालू पर निशाना- सजायाफ्ता कैदी कैसे बन सकता है पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष

मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव सजायाफ्ता कैदी हैं. वो जेल से ही पार्टी चलाते हैं. उससे कोई हर्ज नहीं है लेकिन जेल में रहकर कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता है. अगर वो ऐसा करता है तो यह जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

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Published : Dec 3, 2019, 1:38 PM IST

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मंत्री नीरज कुमार

पटना: सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लालू प्रसाद यादव के चुने जाने के कयास को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि यदि लालू यादव आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो यह साफ तौर पर जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि कोई भी सजायाफ्ता कैदी राजनीति में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं ले सकता है. जेल मैन्युअल की धारा 999 में ये साफ लिखा है कि कोई भी सजायाफ्ता कैदी पारिवारिक पत्र लिख सकता है लेकिन राजनीतिक पत्र कभी भी नहीं लिख सकता. यदि वो ऐसा करता है तो ये जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

बयान देते मंत्री नीरज कुमार

मंत्री नीरज कुमार का बयान
उन्होंने साफ-साफ कहा कि लालू प्रसाद यादव सजायाफ्ता कैदी हैं. वो फिलहाल जेल में बंद हैं. वह जेल से ही पार्टी चलाते हैं. उससे कोई हर्ज नहीं है लेकिन जेल में रहकर कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता है. अगर वो ऐसा करता है तो यह जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

ये भी पढ़ें- देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 135 वीं जयंती, राज्यपाल-CM सहित कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि

सजायाफ्ता व्यक्ति को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने की अनुमति नहीं
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर राष्ट्रीय जनता दल परिवार की पार्टी है. परिवार किसी को भी अध्यक्ष बनाए, महासचिव बनाए उसके लिए वह स्वतंत्र है. लेकिन सजायाफ्ता व्यक्ति को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने की अनुमति जेल मैन्युअल भी नहीं देता है.

पटना: सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लालू प्रसाद यादव के चुने जाने के कयास को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि यदि लालू यादव आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो यह साफ तौर पर जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि कोई भी सजायाफ्ता कैदी राजनीति में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं ले सकता है. जेल मैन्युअल की धारा 999 में ये साफ लिखा है कि कोई भी सजायाफ्ता कैदी पारिवारिक पत्र लिख सकता है लेकिन राजनीतिक पत्र कभी भी नहीं लिख सकता. यदि वो ऐसा करता है तो ये जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

बयान देते मंत्री नीरज कुमार

मंत्री नीरज कुमार का बयान
उन्होंने साफ-साफ कहा कि लालू प्रसाद यादव सजायाफ्ता कैदी हैं. वो फिलहाल जेल में बंद हैं. वह जेल से ही पार्टी चलाते हैं. उससे कोई हर्ज नहीं है लेकिन जेल में रहकर कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता है. अगर वो ऐसा करता है तो यह जेल मैन्युअल का उल्लंघन है.

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सजायाफ्ता व्यक्ति को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने की अनुमति नहीं
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर राष्ट्रीय जनता दल परिवार की पार्टी है. परिवार किसी को भी अध्यक्ष बनाए, महासचिव बनाए उसके लिए वह स्वतंत्र है. लेकिन सजायाफ्ता व्यक्ति को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने की अनुमति जेल मैन्युअल भी नहीं देता है.

Intro:एंकर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने फिर से राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लालू प्रसाद यादव के चुने जाने के कयास के खबर को लेकर तंज कसा है उन्होंने कहा है कि यह सीधा सीधा जेल मैनुअल का उल्लंघन है कोई भी सजायाफ्ता कैदी राजनीति में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं ले सकता है उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के धारा 999 में इस तरह की बात को कहीं गई है कि जो भी सजायाफ्ता कैदी हैं वह इस तरह के पद पर नहीं बने रह सकते हैं


Body:उन्होंने साफ-साफ कहा कि लालू प्रसाद यादव सजायाफ्ता कैदी हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं और वह जेल से ही पार्टी चलाते हैं उससे कोई हर्ज नहीं है लेकिन जेल में रहकर कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता है अगर वह ऐसा करता है तो खुल्लम-खुल्ला जेल मैनुअल का उल्लंघन करता है उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार कोई भी आदमी पारिवारिक पत्र लिख सकता है लेकिन राजनीतिक पत्र कभी भी नहीं लिख सकता उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर राष्ट्रीय जनता दल परिवार की पार्टी है परिवार किसी को भी अध्यक्ष बनाए महासचिव बनाए निश्चित तौर पर उसके लिए वह स्वतंत्र है लेकिन जो सजायाफ्ता व्यक्ति है वह कभी भी किसी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता और वह भी ऐसा आदमी जो कि जेल में बंद है और सजायाफ्ता है सजायाफ्ता व्यक्ति को राजनीतिक में सक्रिय रूप से भाग लेने की अनुमति जेल मैनुअल भी नहीं देता है


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