पटना: नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) दोनों सदनों में पास हो गया है. इस बिल को लेकर जेडीयू में ही दो खेमे नजर आ रहे हैं. पार्टी के मुस्लिम विधायक पार्टी नेतृत्व के फैसले से नाराज हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार ट्वीट कर नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने बिल का समर्थन किया है.
राजीव रंजन का कहना है कि संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह बिल का समर्थन किया है. ऐसे में पार्टी के सभी नेताओं के लिए यह मैसेज साफ है कि उन्हें क्या करना है. प्रवक्ता राजीव रंजन ने ये भी कहा है कि आंतरिक लोकतंत्र वाली पार्टियों में सहमति-असहमति चलती रहती है. इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए.
जेडीयू के कई नेता कर रहे CAB का विरोध
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जेडीयू खेमे से पहले प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए विरोध जताया. उसके बाद पवन वर्मा ने अपनी नाराजगी जाहिर की. पार्टी के कई मुस्लिम एमएलए और एमएलसी ने भी विरोध किया. विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर डाला.
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चुप हैं नीतीश कुमार
बहरहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर चल रही नाराजगी पर चुप्पी साध रखी है. वहीं, इस बिल का विरोध करने वाले पार्टी के नेता भी मीडिया में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. उन्हें डर है कि पार्टी नेतृत्व उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई न कर दे.