ETV Bharat / state

CAB पर शीर्ष नेतृत्व कर चुका है फैसला, सभी के लिए मैसेज साफ है- JDU

जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह बिल का समर्थन किया है. ऐसे में पार्टी के सभी नेताओं के लिए यह मैसेज साफ है कि उन्हें क्या करना है.

राजीव रंजन
राजीव रंजन
author img

By

Published : Dec 12, 2019, 7:45 PM IST

पटना: नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) दोनों सदनों में पास हो गया है. इस बिल को लेकर जेडीयू में ही दो खेमे नजर आ रहे हैं. पार्टी के मुस्लिम विधायक पार्टी नेतृत्व के फैसले से नाराज हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार ट्वीट कर नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने बिल का समर्थन किया है.

राजीव रंजन का कहना है कि संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह बिल का समर्थन किया है. ऐसे में पार्टी के सभी नेताओं के लिए यह मैसेज साफ है कि उन्हें क्या करना है. प्रवक्ता राजीव रंजन ने ये भी कहा है कि आंतरिक लोकतंत्र वाली पार्टियों में सहमति-असहमति चलती रहती है. इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए.

राजीव रंजन का बयान

जेडीयू के कई नेता कर रहे CAB का विरोध
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जेडीयू खेमे से पहले प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए विरोध जताया. उसके बाद पवन वर्मा ने अपनी नाराजगी जाहिर की. पार्टी के कई मुस्लिम एमएलए और एमएलसी ने भी विरोध किया. विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर डाला.

ये भी पढ़ें: बिहार में कानून का राज कायम किया, आप जब चाहें जहां चाहें जा सकते हैं : नीतीश कुमार

चुप हैं नीतीश कुमार
बहरहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर चल रही नाराजगी पर चुप्पी साध रखी है. वहीं, इस बिल का विरोध करने वाले पार्टी के नेता भी मीडिया में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. उन्हें डर है कि पार्टी नेतृत्व उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई न कर दे.

पटना: नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) दोनों सदनों में पास हो गया है. इस बिल को लेकर जेडीयू में ही दो खेमे नजर आ रहे हैं. पार्टी के मुस्लिम विधायक पार्टी नेतृत्व के फैसले से नाराज हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार ट्वीट कर नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने बिल का समर्थन किया है.

राजीव रंजन का कहना है कि संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह बिल का समर्थन किया है. ऐसे में पार्टी के सभी नेताओं के लिए यह मैसेज साफ है कि उन्हें क्या करना है. प्रवक्ता राजीव रंजन ने ये भी कहा है कि आंतरिक लोकतंत्र वाली पार्टियों में सहमति-असहमति चलती रहती है. इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए.

राजीव रंजन का बयान

जेडीयू के कई नेता कर रहे CAB का विरोध
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जेडीयू खेमे से पहले प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए विरोध जताया. उसके बाद पवन वर्मा ने अपनी नाराजगी जाहिर की. पार्टी के कई मुस्लिम एमएलए और एमएलसी ने भी विरोध किया. विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर डाला.

ये भी पढ़ें: बिहार में कानून का राज कायम किया, आप जब चाहें जहां चाहें जा सकते हैं : नीतीश कुमार

चुप हैं नीतीश कुमार
बहरहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर चल रही नाराजगी पर चुप्पी साध रखी है. वहीं, इस बिल का विरोध करने वाले पार्टी के नेता भी मीडिया में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. उन्हें डर है कि पार्टी नेतृत्व उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई न कर दे.

Intro:पटना-- नागरिकता संशोधन बिल पर जदयू में दो खेमा बन गया है पार्टी के मुस्लिम विधायक भी पार्टी नेतृत्व के फैसले से नाराज हैं तो ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार ट्वीट कर नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं लेकिन जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है संसदीय दल ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह बिल का समर्थन किया है पार्टी के सभी नेताओं के लिए यह मैसेज साफ है।


Body: नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पहले प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट से विरोध जताया उसके बाद फिर पवन वर्मा ने भी इसको लेकर अपनी नाराजगी जताई पार्टी के कई मुस्लिम एमएलए और एमएलसी ने भी विरोध जताया । विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था हालांकि आप दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन बिल पास हो चुका है लेकिन प्रशांत किशोर लगातार ट्वीट कर नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं पार्टी के मुस्लिम नेता नीतीश कुमार से जल्द ही मिलने वाले हैं । लेकिन पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है संसदीय दल ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने का फैसला लिया और लोकसभा के साथ राज्यसभा में भी पार्टी ने उस फैसले पर अमल किया। पूरी पार्टी इस फैसले के साथ है और सभी नेताओं के लिए यह मैसेज है।
बाईट--राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता


Conclusion:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर नाराजगी पर फिलहाल तो चुप्पी साध रखी है लेकिन इस बिल का विरोध करने वाले पार्टी के नेता भी मीडिया में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं उन्हें डर है कि पार्टी नेतृत्व उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई न कर दे।
अविनाश, पटना।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.