पटना: जेडीयू की नागालैंड इकाई भंग (Nagaland unit of JDU Dissolved) करने के फैसले पर सफाई देते हुए प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड नीति और सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है. हर चुनाव हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ते हैं. जनता उन पर भरोसा करती है, तभी हमलोग बिहार और अन्य राज्यों में जीतते हैं. नागालैंड में भी यही हुआ. वहां के मतदाताओं ने हमारी नीतियों से प्रभावित होकर हमारे एक उम्मीदवार को चुनाव जिताया लेकिन अब उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है, जो हमारी नीति और सिद्धांत के खिलाफ है.
ये भी पढ़ें: JDU In Nagaland: नागालैंड में JDU के एकमात्र MLA ने भी BJP सरकार को बिना शर्त दिया समर्थन
"नागालैंड में चुनाव संपन्न हुए. वहां के मतदाता मालिकों ने हमारे एक उम्मीदवार को जिताकर विधानसभा भेजा लेकिन खबरें सामने आ रही है कि हमारे जीते हुए विधायक ने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है, जो पार्टी की नीति के खिलाफ है. इस बाबत राष्ट्रीय नेतृत्व ने ये फैसला लिया है कि नागालैंड की प्रदेश इकाई को भंग किया जाता है"- अभिषेक झा, प्रवक्ता, जनता दल (यूनाइटेड)
देश में विपक्षी एकजुटता की होगी कोशिश: अभिषेक झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन का स्वरूप तैयार किया है और देश में विपक्षी एकजुटता कैसे हो, इसका लगातार प्रयास कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में ऐसी चीजों का कोई स्थान नहीं है. लिहाजा हमने तय किया है कि नागालैंड प्रदेश इकाई को भंग कर दिया जाए. जल्द ही आगे की रणनीति पर विचार कर फैसला लिया जाएगा.
नीतीश कुमार को नागालैंड में बड़ा झटका: दरअसल, नागालैंड में जेडीयू ने इस बार 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था. वैसे तो जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह का दावा था कि पार्टी सभी सीटों पर चुनाव जीतेगी लेकिन महज सीट पर ही जीत हासिल हो पाई. राष्ट्रीय पार्टी बनने का लक्ष्य लेकर उतरा जेडीयू वहां की राज्यस्तरीय पार्टी का दर्जा भी नहीं पा सका, क्योंकि जितना वोट प्रतिशत चाहिए था उससे काफी कम मिला. वहीं अब उनके एक मात्र विधायक ज्वेंगा सेब ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. इस बीच नागालैंड के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव आफाक खान ने बयान जारी कर बताया कि 8 मार्च को ही प्रदेश इकाई को भंग कर दिया गया है.