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जहरीली शराब मामले में उत्पाद मंत्री की सफाई- 'सच्चाई सबके सामने है... छुपाने जैसी कोई बात नहीं है'

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Published : Nov 5, 2021, 3:21 PM IST

Updated : Nov 5, 2021, 5:15 PM IST

बिहार में शराब पूरी तरह से बैन होने के बाद भी यहां हर साल जहरीली शराब से मौत होती रही है. एक बार फिर कई लोगों ने जहरीली शराब पीकर अपनी जान गंवाई है. सरकार के उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि हमने इस मामले पर पूरी जांच के आदेश दिए हैं. जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएगा.

उत्पाद मंत्री सुनील कुमार
उत्पाद मंत्री सुनील कुमार

पटनाः बिहार में 48 घंटे में 33 लोगों की मौत जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से हो गई है. बिहार के बेतिया और गोपालगंज में शराब पीने से बीमार हुए लोगों का अभी इलाज चल रहा है. मामले को लेकर विपक्ष के सवालों से घिरने के बाद सरकार के उत्पाद मंत्री सुनील कुमार (Excise Minister Sunil Kumar) ने कहा कि जो सच्चाई है, सबके सामने है. छिपाने जैसी कोई बात नहीं है, कार्रवाई की जा रही है. वहीं, पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने बताया कि इस मामले में स्थानीय थाना इंचार्ज और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.

ये भी पढ़ेःं जहरीली शराब से मौत पर बोली JDU- 'बिहार में शराबबंदी से माहौल बदला लेकिन कुछ लोग गड़बड़ी करते हैं'

बिहार सरकार के उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अभी हमारे पास शराब से मौत होने की पुष्टि की रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन संभावना है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई होगी. स्थानीय प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट किया गया है. कार्रवाई की जा रही है. जो भी लोग इसमें शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है. विभाग सख्ती के साथ कार्रवाई करता आया है और आगे भी कार्रवाई होगी.

वहीं, पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार में कहा कि इन मामलों को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है. स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना प्राप्त हुई है. उनके तरफ से घटनास्थल पर जाकर उसके कारणों का पता लगाया जा रहा है. जिला पदाधिकारी के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक और स्थानीय प्रशासन मामले में गंभीरता से जांच कर रही है. सभी जिले में इस मामले में कांड दर्ज कर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पंचनामा तैयार किया जा रहा है. जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.

देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- जहरीली शराब ने काली कर दी दर्जनों परिवारों की दिवाली, रोशनी के पर्व के दिन घरों में छाया अंधेरा

'अब यह मामला आपराधिक हो गया है. टीम गठित कर कार्रवाई की जा रही है. बहुत सारे लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मुख्यालय इन चारों जिलों से रिपोर्ट मंगवाकर कंपाइल करने के बाद ही स्पष्ट रूप से आंकड़ा बताने में सक्षम हो पाएगा. जिन लोगों के कारण इस तरह की घटना घटित हुई है, उनकी पहचान की जा रही है. पहचान के बाद उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी'- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय

बता दें कि बिहार में ये कोई पहली बार नहीं हुआ है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहरीली शराब से इस साल लगभग 42 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोगों के आंख की रोशनी भी जा चुकी है. सवाल ये उठता है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद लोग शराब का सेवन कैसे कर रहे हैं. जबकि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हुए 5 साल से ज्यादा हो गए हैं. लेकिन आज भी इस कानून की सफलता पर बहस छिड़ी है.

यह भी पढ़ें- जहरीली शराब से मौत पर बिफरा विपक्ष, CM नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा

पटनाः बिहार में 48 घंटे में 33 लोगों की मौत जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से हो गई है. बिहार के बेतिया और गोपालगंज में शराब पीने से बीमार हुए लोगों का अभी इलाज चल रहा है. मामले को लेकर विपक्ष के सवालों से घिरने के बाद सरकार के उत्पाद मंत्री सुनील कुमार (Excise Minister Sunil Kumar) ने कहा कि जो सच्चाई है, सबके सामने है. छिपाने जैसी कोई बात नहीं है, कार्रवाई की जा रही है. वहीं, पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने बताया कि इस मामले में स्थानीय थाना इंचार्ज और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.

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बिहार सरकार के उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अभी हमारे पास शराब से मौत होने की पुष्टि की रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन संभावना है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई होगी. स्थानीय प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट किया गया है. कार्रवाई की जा रही है. जो भी लोग इसमें शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है. विभाग सख्ती के साथ कार्रवाई करता आया है और आगे भी कार्रवाई होगी.

वहीं, पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार में कहा कि इन मामलों को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है. स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना प्राप्त हुई है. उनके तरफ से घटनास्थल पर जाकर उसके कारणों का पता लगाया जा रहा है. जिला पदाधिकारी के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक और स्थानीय प्रशासन मामले में गंभीरता से जांच कर रही है. सभी जिले में इस मामले में कांड दर्ज कर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पंचनामा तैयार किया जा रहा है. जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.

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'अब यह मामला आपराधिक हो गया है. टीम गठित कर कार्रवाई की जा रही है. बहुत सारे लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मुख्यालय इन चारों जिलों से रिपोर्ट मंगवाकर कंपाइल करने के बाद ही स्पष्ट रूप से आंकड़ा बताने में सक्षम हो पाएगा. जिन लोगों के कारण इस तरह की घटना घटित हुई है, उनकी पहचान की जा रही है. पहचान के बाद उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी'- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय

बता दें कि बिहार में ये कोई पहली बार नहीं हुआ है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहरीली शराब से इस साल लगभग 42 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोगों के आंख की रोशनी भी जा चुकी है. सवाल ये उठता है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद लोग शराब का सेवन कैसे कर रहे हैं. जबकि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हुए 5 साल से ज्यादा हो गए हैं. लेकिन आज भी इस कानून की सफलता पर बहस छिड़ी है.

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Last Updated : Nov 5, 2021, 5:15 PM IST
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