पटना: बिहार में शिक्षकों की बहाली का इंतजार कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए सरकार ने पहले ही राहत भरी खबर सुना दी है. बिहार सरकार ने साफ कर दिया कि बहुत जल्द 1 लाख 38 हजार पदों पर बहाली शुरू हो रही है. इसमें टीईटी और एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा. इस बीच शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा है कि टीईटी परीक्षा पास करने का यह मतलब नहीं कि आपकी नौकरी लग गई है.
ईटीवी भारत से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि टीईटी परीक्षा पास करने का मतलब ये है कि आप शिक्षक बनने के पात्र हो गए हैं. लेकिन आंदोलनकारियों ने तो इसका मीनिंग बदलकर रख दिया है.
शिक्षा मंत्री का पूरा बयान
- टीईटी का मतलब ये नहीं कि आपको नौकरी मिल गई.
- टीईटी का मतलब ये हैं कि आप शिक्षक बनने के पात्र हैं.
- लोगों के आंदोलन ने टीईटी की मीनिंग बदल कर रख दी है.
- लोगों के मन में मानसिकता बन गई कि टीईटी पास होते ही नौकरी मिल गई.
- हमें तो शिक्षक की जरूरत है, जो पात्र होंगे उन्हें नौकरी मिलेगी.
- आगे जब भी बहाली होगी, तो जो पात्र हैं उन्हें प्राथमिकता मिलेगी.
शिक्षा मंत्री का साफ कहना है कि पद के लिए वैकेंसी होगी, तो उसमें आप अप्लाई कर सकते हैं. लेकिन जिस तरह टेट पास अभ्यर्थी आंदोलन करने सड़क पर उतर जाते हैं. इससे गलत संदेश जाता है. कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि टेट पास अभ्यर्थियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि करीब 1 लाख 38 हजार पदों के लिए बहाली प्रक्रिया शुरू हो रही है. समय-समय पर टेट परीक्षा का आयोजन भी हो, इसके लिए भी सरकार विचार कर रही है.
कर रहे हैं आंदोलन
2017 बैच टीईटी और सीटीईटी पास अभ्यर्थी करीब 4 दिनों तक गर्दनीबाग में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते रहे. उनका कहना था कि सरकार को टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए बहाली तुरंत शुरू करनी चाहिए. शिक्षा मंत्री ने इसी मामले को लेकर यह कहा है कि टीईटी पास करने का मतलब यह नहीं कि आप शिक्षक बन गए. आपको बहाली प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार करना चाहिए. उसमें अपनी अहर्ता के मुताबिक आवेदन करना चाहिए.