नई दिल्ली/पटना: बिहार में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. जल प्रलय ने प्रदेश के 12 जिलों में कहर बरपाया है. वहीं, इस विभीषिका से करीब 70 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इस प्राकृतिक आपदा पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. सीपी ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पर नेपाल, बिहार और केंद्र सरकार तीनों को मिलकर ठोस कदम उठाना होगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि बिहार में बाढ़ हर साल आती है और लोगों को इससे दिक्कत होती है. कई लोगों की मौत हो जाती है. यह बाढ़ की स्थिति एक महीने तक बनी रहती है. इसके बाद लोग भूल जाते हैं और फिर अगले साल बाढ़ का कहर देखने के मिलता है. इस स्थिति से निपटने के लिए लिए नेपाल, बिहार और केंद्र सरकार तीनों को मिलकर ठोस कदम उठाना होगा.
कई ठोस कदम उठाए जा सकते हैं- सीपी ठाकुर
- सीपी ठाकुर ने कहा कि नेपाल में हाई डैम बनाने की जरूरत है.
- बिहार की कई नदियां हैं, जिनमें पानी नहीं है. बाढ़ वाली नदियों को उनसे जोड़ा जाना चाहिए.
- डैम से बिजली का उत्पादन हो सकता है.
- मछली पालन जबरदस्त हो सकता है.
- बिहार में बाढ़ के निदान के लिए नए सिरे से सोचना चाहिए.
डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. निश्चित रूप से बाढ़ पीड़ितों को बिहार सरकार हर संभव मदद कर रही है. लेकिन भविष्य में इस आपदा से निपटने के लिए मजबूत पहल करनी होगी.