पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के स्टैंड को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में विवाद गहराता जा रहा है. जदयू नेताओं की चुप्पी के बीच भाजपा नेताओं के तेवर तल्ख हो गए हैं. भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी पर चौतरफा हमला बोला है.
बीजेपी के विधान पार्षद संजय पासवान ने चिराग पासवान पर हमला बोला है. संजय पासवान ने कहा है कि चिराग पासवान को बचकाना बयानबाजी से बचना चाहिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में बीजेपी जदयू की जूनियर पार्टनर है और लोजपा भाजपा की जूनियर पार्टनर है गठबंधन में सब को कुर्बानी देनी पड़ती है. कुर्बानी सिर्फ भाजपा नहीं देगी.
बीजेपी एमएलसी का बयान
- लोजपा रामविलास पासवान की स्थापित पार्टी है.
- बिना लोजपा भी एनडीए रहा है, हम पहले भी सरकार में थे
- लोजपा जूनियर पार्टी है और हम जेडीयू के जूनियर हैं.
- केंद्र के नेताओं ने जब तय कर दिया है कि हम नीतीश कुमार और सुशील मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. इसपर सवाल उठाने नहीं चाहिए.
- लोजपा की ओर से आ रहे बयानों पर खुद रामविलास पासवान को आगे आकर काट करनी चाहिए.
- केंद्र में पीएम और स्टेट में सीएम का एकाधिकार है कि किसे मंत्री बनाना है और किसे क्या.
- लोकसभा चुनाव में हमारे लोग छूट गए.
- हर बार बीजेपी ही कुर्बानी करे, ये संभव नहीं है.
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जब भाजपा कम सीटों पर लड़ सकती है, तो लोजपा क्यों नहीं
संजय पासवान ने लोजपा से दो टूक कह दिया है कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भ्रम की स्थिति पैदा ना करें. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने कह दिया है कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. तब वैसी स्थिति में वह यह कह कर कि हम भाजपा के साथ हैं या जदयू के साथ है, भ्रम पैदा कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि जहां तक राज्यपाल कोटे की विधान परिषद की सीटों का सवाल है, तो वह नीतीश कुमार की कृपा से अगर मिल जाए तो ठीक है. नहीं तो, लोजपा को जिद नहीं करनी चाहिए. पूरे विवाद को सुलझाने के लिए रामविलास पासवान को आगे आना चाहिए.