पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आम जनमानस में उहापोह की स्थिति है. इन दिनों राज्य कोरोना महामारी और बाढ़ की विभीषिका से बुरी तरह से प्रभावित है. वहीं इन सबके बीच राज्य में चुनावी माहौल की चर्चा जोरों पर है. चुनाव आयोग द्वारा की जा रही तैयारियों से स्पष्ट है कि चुनाव नियत समय पर ही आयोजित होगा.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजूनाथ सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा विभाग को इलेक्शन प्लानर भेजा गया है. जिसके गाइडलाइन के मुताबिक चुनावी तैयारी की जा रही है. वहीं इस बार कोरोना और बाढ़ को देखते हुए तैयारी की जा रही है. चुनाव के दौरान सीमावर्ती राज्यों से बिहार में कई संसाधन जुटाने की भी तैयारी की जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंस नियमों के अनुपालन के लिए मतदान कार्यों में जुटे कर्मी और सुरक्षा बलों के बीच भी सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए कई नए कार्य किए गए हैं.
चुनाव आयोग द्वार अब तक की गई तैयारियां-
- नॉलेज, एटीट्यूड और प्रैक्टिस सर्वे कार्य पूर्ण.
- चुनाव विभाग के डेटाबेस को तैयारी कार्य पूर्ण.
- न्यूज पेपर, न्यूज चैनल, रेडियो और केबल चैनल केस रेट कार्ड कार्य पूर्ण.
- चुनाव से संबंधित तैयारियों की शिकायतों का प्रबंधन किया जा रहा है.
- राज्य के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी, आरओ, एसएलएमटी और राजनीतिक दलों के साथ राज्य स्तरीय बैठक पूर्ण.
- सभी जिलों में ईवीएम मशीन, पॉवर पैक, सील और टैग का प्रोक्योरमेंट कार्य पूर्ण.
- राज्य के सभी ईवीएम मशीनों का फर्स्ट लेवल चेकिंग (FLC) कार्य पूर्ण.
- सभी जिलों में SVEEP प्लान कार्य पूर्ण.
- मुख्य चुनाव अधिकारी और उनके कार्यालय के वेबसाइट को अपडेट कर भारत चुनाव आयोग के साथ जोड़ दिया गया है.
- मतदान कर्मियों की सूची तैयार कर चुनाव आयोग को भेज दिया गया.
- सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कर निर्वाचन विभाग को रिपोर्ट सौंप दिया गया.
- सभी जिलों में चुनाव कार्यों से जुड़े तमाम सामग्रियों की खरीद कर ली गई. इनमें स्टेशनरी समान, फॉर्म और पोलिंग से जुड़े हुए तमाम सामग्री शामिल हैं.
- सभी जिलों से चुनावी बजट बन गई.
- सभी जिलों में SVEEP कोर टीम का गठन कर दिया गया.
- जिलों को चुनावी बजट से वित्तीय आवंटन शुरू कर दिया गया.
- तमाम सामग्रियों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी गई है.
- बैलेट पेपर की छपाई संपूर्ण हो गई.
- ईवीएम को रखने के लिए स्ट्रांग रूम का चयन हो गया.
- पुलिस बल के लिए कैंप का निर्माण हो रहा है.
- चुनावी कार्य में जोड़ने वाले तमाम अधिकारियों और कर्मियों को राज्य स्तरीय ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
- जिला स्तर पर ट्रेनिंग चल रही है.
- BAG को एक्टिवेट कर दिया गया.
- राज्य और जिलों के आइकॉन अप्वॉइंट हो गए हैं. चुनाव में अधिक से अधिक मतदाता मतदान करें इसके लिए उनके द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाता है.
- सुरक्षा बलों की तैनाती के लिए प्लानिंग हो चुकी है.
- संवेदनशील मतदान केंद्रों का निरीक्षण शुरू कर दिया गया. मतदान के पूर्व कम से कम 3 बार संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण किया जाता है.
- चुनाव आयोग को राज्य सरकार से स्कूटी मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों की सूची मिल गई.
- अवैध शराब और हथियार की जब्ती शुरू हो गई है. जिलो के असामाजिक तत्वों और कई संगीन मामलों में लिप्त आरोपियों पर निगरानी रखी जा रही है.
- लॉ एंड ऑर्डर पर लगातार समीक्षा चुनाव आयोग द्वारा किया जा रहा है.
- स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्रों की समीक्षा जिलों के डीएम और एसपी के द्वारा किया जा चुका है.
- मुख्य चुनाव पदाधिकारी के द्वारा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और मद्यनिषेध विभाग के द्वारा के अफसरों के साथ बैठक की जा चुकी है.
- चुनाव कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार वाहनों की लिस्ट सभी जिलों को भेज दिया गया है.
- सभी जिलों में एडिशनल ARO की नियुक्ति कर दी गई है.
- जिलों में लंबित आपराधिक और गंभीर मामलों की फाइनल रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन विभाग को भेज दिया गया.