पटना: राजधानी पटना में राज्य स्तरीय किसान संगोष्ठी (State Level Farmers Seminar in Patna) का आयोजन किया गया. बामेती सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह और गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार भी शरीक हुए. संगोष्ठी में राज्य के कई जिलों से आए गन्ना किसानों ने अपनी समस्याओं को बताया. साथ ही विभागीय अधिकारियों ने उनकी समस्या को समाधान करने का आश्वासन भी दिया.
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इस मौके पर बोलते हुए गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार (Sugarcane Industries Minister Pramod Kumar) ने कहा कि गन्ना किसान वैसे किसान हैं, जो खुद उद्योग को भी चलाते हैं. बिहार में अब बहुत जल्दी इथेनॉल का उत्पादन होना है और ज्यादा से ज्यादा गन्ना का उत्पादन बढ़े, इसको लेकर विभाग की ओर से किसानों को विभिन्न तरीकों से सहायता भी कर रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार के जिन जिलों में किसानों ने गन्ना का उत्पादन करना बंद कर दिया था, हम चाहते हैं कि वहां भी ज्यादा से ज्यादा किसान गन्ना का उत्पादन करें ताकि बिहार में इथेनॉल उद्योग को ठीक से चलाया जा सके. किसानों को इसको लेकर राज्य सरकार अनुदान भी देगी.
वहीं, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Agriculture Minister Amarendra Pratap Singh) ने राज्य स्तरीय किसान संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि जिन किसानों ने गन्ना की खेती करना बंद कर दिया है, उन्हें आगे लाना है. सभी तरह की सरकारी सुविधा देकर उससे फिर से गन्ने की खेती करवाना विभाग का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि अब राज्य में अन्य फसलों की तरह किसानों को हमने गन्ने की फसल की क्षति होने पर मुआवजा भी देना शुरू कर दिया है. किसानों को गन्ना का मूल्य भी समय से मिले, ये काम बिहार में शुरू हो गया है. हमें उम्मीद है कि अगले वर्ष आते-आते बिहार में ज्यादा से ज्यादा किसान गन्ना का फसल उपजाएंगे और उनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी.
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