पटनाः राजधानी पटना के गांधी मैदान में 11 दिवसीय स्टेट हैंडलूम एक्सपो (State Handloom Expo in Patna ) मंगलवार को शुरू हो गया है. एक्सपो का उद्घाटन राज्य के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ (Industries Minister Sameer Kumar Mahaseth) ने दीप प्रज्वलित कर किया. मंत्री ने घूम-घूम कर एक्सपो में उद्यमियों और बुनकरों के उत्पादों को देखा और उनका हौसला अफजाई की. इस दौरान हैंडलूम उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए बेतहर बाजार के साथ आधुनिक ट्रेनिंग और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने की घोषणा की.
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"बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों के मान-सम्मान में वृद्धि करना उनकी सरकार का परम लक्ष्य है. हथकरघा क्षेत्र में राज्य के सबसे कमजोर तबके अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक सहित अन्य इन कलाओं से वे पीढ़ियों से जुड़े हैं. हथकरघा पहले पारंपरिक और पारिवारिक व्यवसाय हुआ करता था, लेकिन अब सरकारी स्तर पर भी नए उद्यमियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है, जिससे अधिक कुशल कारीगर इस उद्योग से जुड़ सकें."-समीर कुमार महासेठ, उद्योग मंत्री
बुनकरों को 10 हजार पूंजी देती है सरकारः उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार की पहल पर हथकरघा और रेशम उद्योग के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं, जिनमें हथकरघा बुनकरों को प्रति बुनकर ₹10000 की कार्यशील पूंजी देना प्रमुख है. उन्होंने कहा कि हजारों बुनकरों को कार्यशील पूंजी का लाभ दिया जा चुका है. मंत्री ने बताया कि एक्सपो का उद्देश्य देश में बनाए जा रहे हथकरघा निर्मित वस्तुओं के बारे में जागरूकता फैलाना और बुनकरों को बाजार उपलब्ध कराना है.
महानगरों में लगेगा बिहार क्राफ्ट मेलाः मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि हथकरघा और खादी को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा बिहार के बाहर हैदराबाद, भोपाल, कोलकाता जैसे स्थानों पर बिहार क्राफ्ट मेला लगाया (Bihar Craft Fair) जाता है. जल्दी ही चेन्नई में भी बिहार क्राफ्ट मेला लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बुनकरों द्वारा हथकरघा वस्त्रों से तैयार मास्क और गमछा सहित अन्य उत्पादों की खरीद का निर्देश दूसरे विभागों को भी दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के बुनकरों से तैयार सतरंगी चादरों की खरीद की जा रही है.