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बाढ़ से हुई क्षति की भरपाई के लिए बिहार सरकार ने केंद्र से मांगे 2700 करोड़

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Published : Aug 24, 2019, 2:05 PM IST

बिहार सरकार की ओर से 2017 में भी 7600 करोड़ की मांग केंद्र से की गई थी. लेकिन केंद्र ने केवल 1700 करोड़ की राशि ही बिहार सरकार को दी थी.

केंद्र सरकार से 2700 करोड़ राशि की मांग

पटना: बिहार में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा है. शुक्रवार को सौंपे गए ज्ञापन में 2700 करोड़ राशि की मांग की गई है. इसमें सबसे अधिक राशि 1555 करोड़ आपदा पीड़ितों के लिये है.

बाढ़ पीड़ितों के खाते में 6-6 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा कृषि नुकसान के लिए 353 करोड़ और सड़कों के नुकसान के लिए 200 करोड़ की राशि है. जल संसाधन और ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से भी राशि की मांग की गई है. बता दें कि बिहार में इस बार बाढ़ से 13 जिलों के 80 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे. 160 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. बाढ़ के कारण सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. फसल को भी नुकसान हुआ है.

patna
पटना सचिवालय

बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के ज्ञापन
बाढ़ से प्राभावित जिलों में अररिया, किशनगंज, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया और पश्चिम चंपारण को काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ से जिनकी मौत हुई उनके परिजनों को चार चार लाख रुपए और बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को छह छह हजार रुपए दिए गए हैं. इस साल 1300 से अधिक पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुई है. फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. कई जगह खेत में बालू की मोटी परत जम गई है जिसे हटाए बिना कृषि करना असंभव है. उस पर भी बड़ी राशि खर्च होगी.

पहले भी बिहार सरकार ने मांगी थी मदद
गौरतलब है कि बिहार सरकार की ओर से 2017 में भी 7600 करोड़ की मांग केंद्र से की गई थी. लेकिन केंद्र ने केवल 1700 करोड़ की राशि ही बिहार सरकार को दी थी. उससे पहले भी 2013, 2015 और 2016 में बिहार सरकार ने बाढ़ और अन्य आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिये केंद्र से मांग की थी लेकिन बिहार को कुछ भी नहीं मिला था. अब बिहार सरकार ने एक बार फिर केंद्र से मदद राशि की मांग की है.

पटना: बिहार में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा है. शुक्रवार को सौंपे गए ज्ञापन में 2700 करोड़ राशि की मांग की गई है. इसमें सबसे अधिक राशि 1555 करोड़ आपदा पीड़ितों के लिये है.

बाढ़ पीड़ितों के खाते में 6-6 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा कृषि नुकसान के लिए 353 करोड़ और सड़कों के नुकसान के लिए 200 करोड़ की राशि है. जल संसाधन और ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से भी राशि की मांग की गई है. बता दें कि बिहार में इस बार बाढ़ से 13 जिलों के 80 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे. 160 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. बाढ़ के कारण सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. फसल को भी नुकसान हुआ है.

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पटना सचिवालय

बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के ज्ञापन
बाढ़ से प्राभावित जिलों में अररिया, किशनगंज, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया और पश्चिम चंपारण को काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ से जिनकी मौत हुई उनके परिजनों को चार चार लाख रुपए और बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को छह छह हजार रुपए दिए गए हैं. इस साल 1300 से अधिक पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुई है. फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. कई जगह खेत में बालू की मोटी परत जम गई है जिसे हटाए बिना कृषि करना असंभव है. उस पर भी बड़ी राशि खर्च होगी.

पहले भी बिहार सरकार ने मांगी थी मदद
गौरतलब है कि बिहार सरकार की ओर से 2017 में भी 7600 करोड़ की मांग केंद्र से की गई थी. लेकिन केंद्र ने केवल 1700 करोड़ की राशि ही बिहार सरकार को दी थी. उससे पहले भी 2013, 2015 और 2016 में बिहार सरकार ने बाढ़ और अन्य आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिये केंद्र से मांग की थी लेकिन बिहार को कुछ भी नहीं मिला था. अब बिहार सरकार ने एक बार फिर केंद्र से मदद राशि की मांग की है.

Intro:पटना--- बिहार में इस बार बाढ़ से 13 जिले के 80 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे 160 से अधिक लोगों की मौत हुई थी बाढ़ के कारण सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। फसल को भी नुकसान हुआ है। बिहार सरकार की ओर से बाढ़ में हुए नुकसान की भरपाई के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा है। शुक्रवार को सौपे गए ज्ञापन में 2700 करोड़ राशि की मांग की गई है इसमें सबसे अधिक राशि 1555 करोड़ आपदा पीड़ितों के खाते में 6-- 6 हजार दिए जाने को लेकर है उसके अलावा कृषि नुकसान के लिए 353 करोड़, 3000 किलोमीटर सड़कों के नुकसान के लिए 200 करोड़ और जल संसाधन, ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से भी नुकसान की राशि की मांग की गई है।


Body:बिहार में इस साल 13 जिले जिसमें अररिया, किशनगंज, मधुबनी, पूर्वी चंपारण , सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया और पश्चिम चंपारण में बाढ़ के कारण काफी नुकसान हुआ है।
सरकार की ओर से बाढ़ से जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को चार चार लाख रुपए और बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को छह छह हजार रुपए दिए गए हैं। इस साल 13 सौ से अधिक पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुई है और फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है कई जगह खेत में बालू की मोटी परत जम गई है जिसे हटाए बिना कृषि करना असंभव है उस पर भी बड़ी राशि खर्च होगी।


Conclusion: बिहार सरकार की ओर से 2017 में भी 7600 करोड़ से अधिक के नुकसान की भरपाई की मांग केंद्र से की गई थी लेकिन केंद्र ने केवल 1700 करोड़ की राशि ही बिहार सरकार को दी थी। हालांकि उससे पहले 2013, 2015 और 2016 में बिहार सरकार की ओर से बाढ़ और अन्य आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की मांग केंद्र से की गई थी लेकिन बिहार को कुछ भी नहीं मिला था । ऐसे में अब बिहार सरकार ने एक बार फिर से 27 सौ करोड़ बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मांगा है अब देखना है केंद्र सरकार कितनी राशि इस बार देती है बिहार सरकार के ज्ञापन के बाद के केंद्र की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने एक टीम भी आएगी और उसके रिपोर्ट के आधार पर ही केंद्र बिहार को कितनी राशि देना है तय करेगी । ऐसे में यह भी देखना है कि केंद्र कब तक टीम भेजती है और बिहार को कब तक बाढ़ से हुए नुकसानक की क्षतिपूर्ति के रूप में राशि मिलती है।
अविनाश, पटना।
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