पटना: कोरोना संक्रमण एक बार फिर से देश के साथ ही बिहार में भी काफी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो रहा है. पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भी खिलाड़ी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अभ्यास कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- बिहार के जेलों में अब नहीं चलेगा खेल! जेल अधीक्षक को छोड़कर कोई नहीं कर सकता फोन का इस्तेमाल
कोरोना गाइडलाइन का हो रहा पालन
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खिलाड़ियों का अभ्यास शुरू हो गया है. हालांकि हर खेल में महज 15 खिलाड़ियों को ही प्रैक्टिस की अनुमति दी गई है. सभी तरह के नियम का पालन खिलाड़ी और कोच करते नजर आ रहे हैं. जो खिलाड़ी फिलहाल अभ्यास करने आ रहे हैं उनका कोविड-19 टेस्ट हो चुका है और सभी नेगेटिव हैं.
14 साल से कम उम्र के खिलाड़ी को प्रैक्टिस की नहीं इजाजत
14 वर्ष से कम उम्र के किसी भी खिलाड़ी को फिलहाल प्रैक्टिस करने की इजाजत नहीं दी गई है, ताकि अधिक भीड़ ना लगे. किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है. शाम 3 बजे से 6 बजे तक खिलाड़ियों को अभ्यास करने का समय दिया गया है. इस दौरान बास्केटबॉल, कबड्डी, एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बॉक्सिंग और ताइक्वांडो के खिलाड़ियों को अभ्यास करने की इजाजत दी गई है.
'राज्य सरकार के आदेश और गाइडलाइंस का पालन करते हुए खिलाड़ियों का प्रैक्टिस चल रहा है. हालांकि कई नियम कानून बनाए गए हैं जिसके तहत अभी खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं. पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मास्क लगाकर ही खिलाड़ियों को एंट्री दी जाती है. गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है.'- संजय कुमार, जिला खेल पदाधिकारी, पटना
'खिलाड़ियों को सख्त हिदायत दी गई है कि सभी अपना मास्क लगाकर रखें और साथ में सैनिटाइजर भी रखें. साथ ही अभी खिलाड़ियों की संख्या कम रखी गई है. खिलाड़ियों को सख्त हिदायत दी गई है कि ठंडी चीजों का सेवन कम करें और उनके डाइट में भी परिवर्तन किया गया है ताकि उनका इम्यूनिटी सिस्टम भी बना रहे.'- अभिजीत, कोच
'काफी कम संख्या में खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं और काफी कम समय के लिए. हम लोग खुद से भी घर पर काढ़ा व इम्यूनिटी बढ़ाने वाला भोजन कर रहे हैं. इंडिविजुअली प्रैक्टिस में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है हालांकि ग्रुप में थोड़ी समस्या जरूर हो रही है.'- अक्षरा, खिलाड़ी
परफॉर्मेंस पर पड़ रहा है असर
कोरोना महामारी के कारण खिलाड़ी काफी कम समय ही प्रेक्टिस कर पा रहे हैं जिससे उनके परफॉर्मेंस पर भी काफी असर पड़ेगा. जिला खेल पदाधिकारी ने बताया कि पहले सुबह और शाम में खिलाड़ी प्रैक्टिस करते थे अब काफी कम समय के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं. उनका स्ट्रैंथ भी कम हो रहा है.