पटना: बिहार से बाहर दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को निकालने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाए जाने का रास्ता साफ हो गया है. केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड को स्पेशल ट्रेनों के संचालने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. अब राज्य सरकारें और रेलवे बोर्ड ट्रेनों के संचालन से जुड़ी सभी व्यवस्था करेंगे.
खबरों की माने तो केन्द्र की ओर से स्पेशल ट्रेनें चलाने का आदेश जारी कर दिया गया है. ऐसे में अब लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों और प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है. इससे पहले बिहार, राजस्थान, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने केंद्र से स्पेशल ट्रेनें चलाने की अपील की थी. इस खबर की पुष्टि पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने की है.
छात्रों को लाने के लिए विशेष ट्रेन की मांग
इससे पहले, बिहार सरकार ने गुरुवार को केंद्र सरकार से प्रवासी मजदूरों और छात्रों को लाने के लिए विशेष ट्रेन चलाने की मांग की थी. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि बिहार में बसों की सीमित उपलब्धता है और प्रवासी मजदूरों की जितनी संख्या विभिन्न राज्यों में हैं, उससे सड़क मार्ग से उन्हें लाने में महीनों लग सकता है.
झारखंड के लिए निकली पहली ट्रेन
लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को अपने गृह राज्य में भेजने की कवायद शुरू हो गई है. इसी क्रम में शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे तेलंगाना के लिंगमपल्ली स्टेशन से झारखंड के रांची स्थित हटिया स्टेशन के लिए एक ट्रेन रवाना हुई है. 24 कोच वाले इस ट्रेन में 1200 लोग सवार हैं. स्पेशल नॉन स्टॉप ट्रेन शुक्रवार रात 11 बजे हटिया पहुंचेगी.