पटना: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा (Special Status to Bihar) दिलाने की मांग जोर पकड़ते जा रही है. ऐसे में विशेष दर्जा दिलाने के लिए रविवार को पटना के बापू सभागार गेट के सामने से छात्र जदयू के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा पटेल के नेतृत्व में हर घर दस्तक विशेष हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई. इस मौके पर कृष्णा पटेल ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा कई वर्षों से पूरे बिहार वासियों के हित में विशेष दर्जा देने की मांग केंद्र सरकार से की जा रही है. रघुराम राजन समिति और नीति आयोग के द्वारा रिपोर्ट में भी बिहार को आर्थिक रुप से कमजोर और पिछड़ा घोषित किया गया है.
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''जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी देश के प्रधानमंत्री के सामने सदन में विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए आग्रह किया था और कहा था कि देश के प्रधान बिहार प्रदेश पर दें विशेष ध्यान. ऐसे में हमने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मुहिम को और तीव्रता प्रदान करने के लिए तीन दिवसीय सांकेतिक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत वह साइकिल से पटना के हर घर, विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय कैंपस से लेकर चौक चौराहा पर दस्तक देते हुए युवाओं और छात्रों समेत अन्य नागरिकों से विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर विशेष हस्ताक्षर कराने का काम करेंगे.''- कृष्णा पटेल, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष, छात्र जदयू
कृष्णा पटेल (Chhatra JDU Former State Vice President Krishna Patel) ने कहा कि अगर इस सत्र में केंद्र सरकार बिहार को विशेष दर्जा नहीं देती है, तो इस अभियान को पूरे बिहार भर में चलाया जाएगा और पूरे बिहार वासियों द्वारा किए गए विशेष आरक्षण की कॉपी को देश के प्रधानमंत्री के पास भेजने का काम किया जाएगा. बिहार में प्राकृतिक संसाधनों की घोर कमी है और हर वर्ष प्राकृतिक आपदाओं की मार झेलने वाला बिहार को हर वर्ष करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है. इस कारण बिहार पिछड़ेपन का शिकार बना हुआ है. ऐसे में प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तभी बिहार विकसित राज्य बनेगा और तभी प्रधानमंत्री का सपना साकार होगा और एक विकसित राष्ट्र का निर्माण होगा.
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