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बजट के पैसों से बोर्ड तो बना लेकिन कल्याण की बाट जोह रहे किन्नर, देखिए ये खास रिपोर्ट

बजट में घोषणा के बाद बिहार सरकार ने 2019 में किन्नरों के लिए काम करना शुरू किया. इसके लिए किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन भी हुआ, लेकिन किन्नरों को इसका पूर्ण लाभ नहीं मिल पाया. आखिर क्या हुआ किन्नर कल्याण बोर्ड का? देखिए इस खास रिपोर्ट में.

social welfare minister
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Published : Feb 10, 2020, 11:54 AM IST

Updated : Feb 10, 2020, 12:28 PM IST

पटना: बिहार सरकार बजट पेश करने की तैयारी में है. इसके लिए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कई समीक्षा बैठक भी कर चुके हैं. गुजरे हुए सालों पर नजर डालें तो 2 साल पहले बजट में किन्नरों के कल्याण के लिए भी सरकार ने बजट में घोषणा की थी. इसके बाद 2019 में किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया गया, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए.

2019 में योजना पर शुरू हुआ काम
सामाजिक बदलाव की अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के कल्याण का दावा करने वाली सरकार की योजनाओं की क्या है, इसका उदाहरण हम किन्नर समाज के लिए बनी योजनाओं से समझ सकते हैं. बजट की घोषणा को इस तरह अमली जामा पहनाया गया कि ये कल्याण सरकारी फाइलों तक दब कर रह गया. छिटपुट काम के इतर कोई ठोस पहल नहीं की गई.

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कल्याण की बाट जो रहा किन्नर कल्याण बोर्ड

21 सदस्यों में 5 किन्नरों को जगह
बिहार सरकार ने 2019 में जब किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया तो इसके 21 सदस्यों में से पांच किन्नरों को जगह दी गई. बोर्ड की सदस्य रेशमा का कहना है कि अब तक ऐसी कोई योजना हमारे लिए नहीं बनाई गई, जिससे हमारा सामाजिक उत्थान हो सके.

देखें वीडियो

सरकार ने दिए 50 करोड़ रुपए
दूसरी तरफ समाज कल्याण मंत्री राम सेवक सिंह ने कहा कि हाल ही में किन्नर कल्याण बोर्ड की एक बैठक हुई है. सरकार ने 50 करोड़ रुपए किन्नर कल्याण बोर्ड के लिए दिए हैं. मंत्री ने दावा किया कि हम बहुत जल्द किन्नरों के कल्याण की योजनाएं लागू करेंगे. केंद्र सरकार ने सबसे पहले किन्नरों के कल्याण की योजना की घोषणा बजट में की थी. अब तक किन्नर समाज बाट जोह रहा है कि उनके लिए आवाज उठाएगा.

पटना: बिहार सरकार बजट पेश करने की तैयारी में है. इसके लिए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कई समीक्षा बैठक भी कर चुके हैं. गुजरे हुए सालों पर नजर डालें तो 2 साल पहले बजट में किन्नरों के कल्याण के लिए भी सरकार ने बजट में घोषणा की थी. इसके बाद 2019 में किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया गया, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए.

2019 में योजना पर शुरू हुआ काम
सामाजिक बदलाव की अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के कल्याण का दावा करने वाली सरकार की योजनाओं की क्या है, इसका उदाहरण हम किन्नर समाज के लिए बनी योजनाओं से समझ सकते हैं. बजट की घोषणा को इस तरह अमली जामा पहनाया गया कि ये कल्याण सरकारी फाइलों तक दब कर रह गया. छिटपुट काम के इतर कोई ठोस पहल नहीं की गई.

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कल्याण की बाट जो रहा किन्नर कल्याण बोर्ड

21 सदस्यों में 5 किन्नरों को जगह
बिहार सरकार ने 2019 में जब किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया तो इसके 21 सदस्यों में से पांच किन्नरों को जगह दी गई. बोर्ड की सदस्य रेशमा का कहना है कि अब तक ऐसी कोई योजना हमारे लिए नहीं बनाई गई, जिससे हमारा सामाजिक उत्थान हो सके.

देखें वीडियो

सरकार ने दिए 50 करोड़ रुपए
दूसरी तरफ समाज कल्याण मंत्री राम सेवक सिंह ने कहा कि हाल ही में किन्नर कल्याण बोर्ड की एक बैठक हुई है. सरकार ने 50 करोड़ रुपए किन्नर कल्याण बोर्ड के लिए दिए हैं. मंत्री ने दावा किया कि हम बहुत जल्द किन्नरों के कल्याण की योजनाएं लागू करेंगे. केंद्र सरकार ने सबसे पहले किन्नरों के कल्याण की योजना की घोषणा बजट में की थी. अब तक किन्नर समाज बाट जोह रहा है कि उनके लिए आवाज उठाएगा.

Intro:2 साल पहले किन्नरों के कल्याण के लिए सरकार ने बजट में घोषणा की थी, जिस पर कुछ तक बिहार सरकार ने 2019 में काम शुरु किया जब किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन हुआ। लेकिन उसके बाद अब तक इनके कल्याण के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है। आखिर क्या हुआ किन्नर कल्याण बोर्ड का, देखिए इस खास रिपोर्ट में।


Body:बजट की घोषणा का क्या हश्र होता है सामाजिक बदलाव समाज की अंतिम भक्ति में खड़े लोगों के कल्याण का दावा करने वाली सरकार योजनाओं हकीकत यही है कि 2 साल पहले किन्नरों के कल्याण की घोषणा बजट ने की गई थी लेकिन अब तक किन्नर बाट जो रहे हैं कि उनके लिए कोई ठोस पहल सरकार की तरफ से की जाए।
बिहार सरकार ने 2019 में किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन तो किया और इसके 21 सदस्यों में से पांच किन्नरों को जगह दी गई। इत्र डिनर कल्याण बोर्ड की सदस्य रेशमा का कहना है कि अब तक ऐसी कोई योजना हमारे लिए नहीं बनाई गई जिससे हमारा समाजिक उत्थान हो सके देश माने सरकार से जल्द से जल्द इसको लेकर पहल करने अपील की है दूसरी तरफ समाज कल्याण मंत्री राम सेवक सिंह ने कहा कि हाल ही में किन्नर कल्याण बोर्ड की एक बैठक हुई है। सरकार ने 50 करोड़ रुपए किन्नर कल्याण बोर्ड के लिए दिए है। मंत्री ने दावा किया कि हम बहुत जल्द किन्नरों के कल्याण की योजनाएं लागू करेंगे।



Conclusion:केंद्र सरकार ने सबसे पहले किन्नरों की कल्याण की योजना की घोषणा बजट में की थी लेकिन 2 साल बाद भी अब तक बजट की घोषणा पर पूरी तरह अमल नहीं हो पाया है। अब देखना है कि कल्याण बोर्ड के जरिए किन्नरों को समाज की मुख्यधारा में लाने की पहल कितनी सार्थक साबित हो पाती है।

रेशमा, सदस्य, किन्नर कल्याण बोर्ड
रामसेवक सिंह समाज कल्याण मंत्री, बिहार

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Last Updated : Feb 10, 2020, 12:28 PM IST
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