ETV Bharat / state

अरुणाचल के अफसरों की मिलीभगत से बिहार-झारखंड में शराब की तस्करी

झारखंड पुलिस ने शराब तस्करी में अरुणाचल के उत्पाद विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता पाई है. तस्कर चंड़ीगढ़ से पैकेजिंग होकर अरुणाचल प्रदेश भेजे जाने वाली शराब को महंगे ब्रांड के बोतल में भरते हैं. वहीं इस मामले में रांची पुलिस की ओर से गिरफ्तार आरोपियों ने अरूणाचल प्रदेश के अफसरों समेत गिरोह की कार्यशैली का खुलासा किया है.

smuggling
smuggling
author img

By

Published : Jan 29, 2021, 6:32 AM IST

रांचीः बिहार-झारखंड में अवैध शराब की तस्करी में अरुणाचल के उत्पाद विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है. झारखंड पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि राज्य में बिहार से सटे जिलों के साथ-साथ बिहार में बड़े पैमाने पर शराब तस्करी कराने वाले गिरोह ने अंतरराज्यीय जाल फैला रखा है.

शराब माफिया का चंडीगढ़ लिंक
गिरोह के सदस्य चंडीगढ़ से पैकेजिंग होकर अरुणाचल प्रदेश भेजे जाने वाली शराब को महंगे ब्रांड के बोतल में भरते हैं. इसके बाद इसकी सप्लाई बिहार-झारखंड में की जाती है. जांच में यह बात सामने आई कि कोलकाता के गिरोह की ओर से महंगी ब्रांड का स्टीकर बनाया जाता है, जिसे महंगे ब्रांड के बोतलों में चिपकाया जाता है. इसके बाद सस्ती शराब को बोतलों में भरकर पैकेजिंग कर महंगे दाम में बेचा जाता है.

ये भी पढ़ें - सावधान! यहां पर नशे में आना मना है

चंडीगढ़ में बनकर अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब
रांची पुलिस ने जुलाई महीने में पिठोरिया इलाके में छापेमारी की थी. छापेमारी में बड़े पैमाने पर चंडीगढ़ में बनकर अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब बरामद की गई थी. जांच के क्रम में रांची पुलिस की टीम चंडीगढ़ और अरुणाचल प्रदेश गई. शराब के बार कोड समेत अन्य चीजों से पता चला कि झारखंड पुलिस की ओर से बरामद शराब की खेप की रिसीविंग अरुणाचल प्रदेश में उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त की ओर से दिखाई गई है, जबकि शराब की खेप बाहर पहुंच गई थी.


रांची पुलिस ने जांच के लिए भेजा सैंपल
पुलिस ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की तब अरुणाचल प्रदेश के अफसरों समेत गिरोह की कार्यशैली का खुलासा हुआ. आरोपियों की स्वीकारोक्ति के आधार पर पुलिस सरकारी कर्मियों की भूमिका की जांच कर रही है. आरोपियों ने स्वीकार किया कि रांची, हजारीबाग, कोडरमा, दुमका समेत बिहार के लगभग सभी सीमावर्ती जिलों से शराब की खेप बिहार भेजी जाती है. महंगे शराब की बोतलों को कबाड़ी से खरीदकर उसी में कोलकाता से आए नकली स्टीकर चिपकाए जाते हैं. मामले में रांची पुलिस ने बरामद शराब के सैंपल को जांच के लिए एफएसएल भी भेजा है.

दस आरोपियों पर पुलिस ने किया है चार्जशीट
पिठोरिया पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में तेजपाल मुंडा, बालमुकुंद कुमार निराला, गौतम कुमार, बिटू कुमार, तापस मंडल, निताई बनर्जी, रोशन कुमार सिंह, संजय साव, गणेश गोराई, संतोष मंडल शामिल है. चार्जशीट आरोपियों में जहानाबाद, पुरूलिया के रघुनाथपुर और रांची के शराब तस्कर शामिल हैं.

रांचीः बिहार-झारखंड में अवैध शराब की तस्करी में अरुणाचल के उत्पाद विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है. झारखंड पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि राज्य में बिहार से सटे जिलों के साथ-साथ बिहार में बड़े पैमाने पर शराब तस्करी कराने वाले गिरोह ने अंतरराज्यीय जाल फैला रखा है.

शराब माफिया का चंडीगढ़ लिंक
गिरोह के सदस्य चंडीगढ़ से पैकेजिंग होकर अरुणाचल प्रदेश भेजे जाने वाली शराब को महंगे ब्रांड के बोतल में भरते हैं. इसके बाद इसकी सप्लाई बिहार-झारखंड में की जाती है. जांच में यह बात सामने आई कि कोलकाता के गिरोह की ओर से महंगी ब्रांड का स्टीकर बनाया जाता है, जिसे महंगे ब्रांड के बोतलों में चिपकाया जाता है. इसके बाद सस्ती शराब को बोतलों में भरकर पैकेजिंग कर महंगे दाम में बेचा जाता है.

ये भी पढ़ें - सावधान! यहां पर नशे में आना मना है

चंडीगढ़ में बनकर अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब
रांची पुलिस ने जुलाई महीने में पिठोरिया इलाके में छापेमारी की थी. छापेमारी में बड़े पैमाने पर चंडीगढ़ में बनकर अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब बरामद की गई थी. जांच के क्रम में रांची पुलिस की टीम चंडीगढ़ और अरुणाचल प्रदेश गई. शराब के बार कोड समेत अन्य चीजों से पता चला कि झारखंड पुलिस की ओर से बरामद शराब की खेप की रिसीविंग अरुणाचल प्रदेश में उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त की ओर से दिखाई गई है, जबकि शराब की खेप बाहर पहुंच गई थी.


रांची पुलिस ने जांच के लिए भेजा सैंपल
पुलिस ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की तब अरुणाचल प्रदेश के अफसरों समेत गिरोह की कार्यशैली का खुलासा हुआ. आरोपियों की स्वीकारोक्ति के आधार पर पुलिस सरकारी कर्मियों की भूमिका की जांच कर रही है. आरोपियों ने स्वीकार किया कि रांची, हजारीबाग, कोडरमा, दुमका समेत बिहार के लगभग सभी सीमावर्ती जिलों से शराब की खेप बिहार भेजी जाती है. महंगे शराब की बोतलों को कबाड़ी से खरीदकर उसी में कोलकाता से आए नकली स्टीकर चिपकाए जाते हैं. मामले में रांची पुलिस ने बरामद शराब के सैंपल को जांच के लिए एफएसएल भी भेजा है.

दस आरोपियों पर पुलिस ने किया है चार्जशीट
पिठोरिया पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में तेजपाल मुंडा, बालमुकुंद कुमार निराला, गौतम कुमार, बिटू कुमार, तापस मंडल, निताई बनर्जी, रोशन कुमार सिंह, संजय साव, गणेश गोराई, संतोष मंडल शामिल है. चार्जशीट आरोपियों में जहानाबाद, पुरूलिया के रघुनाथपुर और रांची के शराब तस्कर शामिल हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.