पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गये हैं. कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल गयी है. कांग्रेस ने 136 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस को मात्र 65 सीट ही मिली है. कांग्रेस को मिली जीत के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जीत की खुशी मनायी जा रही है, वहीं भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सन्नाटा पसरा है. वहां कोई भी बड़े नेता मौजूद नहीं हैं. जबकि आमतौर पर बड़े नेता मौजूद रहते हैं.
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बीजेपी कार्यालय में पसरा सन्नाटाः बीजेपी कार्यालय में एक भी बड़े नेता मौजूद नहीं थे. जो छोटे नेता थे भी वह बात करने से कतरा रहे थे. पूछने पर उन्होंने कहा कि एक बार रिजल्ट आ जाए तो पार्टी के नेता बात करेंगे. फिलहाल उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया. शनिवार दोपहर में बीजेपी कार्यालय में एक भी कार्यकर्ता घूमते हुए नहीं दिखा, जबकि आम दिनों में यहां बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहते हैं. चहल-पहल बनी रहती है.
कर्नाटक चुनाव परिणाम का साइड इफेक्ट: कर्नाटक चुनाव परिणाम का साइड इफेक्ट बिहार बीजेपी प्रदेश कार्यालय में देखने को मिल रहा है. एक तरफ कांग्रेस के साथ-साथ अन्य विपक्षी पार्टियां कर्नाटक में बीजेपी की हार पर जश्न मना रही है और कर्नाटक के परिणाम को लोकतंत्र और कर्नाटक की जनता की जीत बता रही है. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. सुबह से एक भी नेता बीजेपी कार्यालय नहीं पहुंचे हैं.
बीजेपी को निराशा हाथ लगीः कर्नाटक चुनाव के परिणाम से बीजेपी को निराशा हाथ लगी है. इससे पहले हिमाचल में भी भाजपा ने सत्ता गंवायी थी. पिछले एक साल के अंदर यह दूसरा राज्य है, जहां कांग्रेस ने भाजपा के हाथ से सत्ता की चाबी छीन ली. मिशन 2024 को लेकर कर्नाटका चुनाव का बड़ा सियाासी मतलब निकाला जा रहा था. बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को 224 सीटों के लिए मतदान हुआ था. मतगणना आज सुबह शुरू हुई थी.