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माजरा क्या है..! आखिर दिल्ली क्यों गए राज्यपाल फागू चौहान, राजभवन भी नहीं बता रहा कार्यक्रम

बिहार के राज्यपाल फागू चौहान का दिल्ली दौरा दिल्ली जाने को लेकर भी कई तरह की चर्चा (Governor Fagu Chauhan Delhi visit) शुरू हो गई हैं. राजपाल को दिल्ली बुलाया गया है या फिर अपने निजी कारणों से गए हैं और कब तक पटना लौटेंगे राजभवन कार्यालय इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कह रहा है.

आखिर दिल्ली क्यों गए राज्यपाल फागू चौहान
आखिर दिल्ली क्यों गए राज्यपाल फागू चौहान
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Published : May 24, 2022, 4:16 PM IST

पटना : बिहार में सियासी हलचल (Signs of political upheaval in Bihar) की चर्चा के बीच राज्यपाल फागू चौहान अचानक आज दिल्ली रवाना हुए हैं. राज्यपाल के दिल्ली जाने को लेकर भी कई तरह की चर्चा चल रहीं हैं. राजभवन ये क्लियर नहीं कर पा रहा है कि राज्यपाल कब तक दिल्ली से लौटेंगे. उन्हें दिल्ली बुलाया गया है या निजी कारणों से दिल्ली दौरे पर हैं, राजभवन कार्यालय इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कह रहा है.

ये भी पढ़ें- अगले 72 घंटे बिहार की सियासत के लिए बेहद अहम! नीतीश का फरमान- पटना ना छोड़ें JDU विधायक


जेडीयू में आरसीपी संकट? : पिछले 3 दिनों से जदयू के विधायकों को 72 घंटे तक पटना में रुकने की अफवाह उड़ती रही. हालांकि, किसी विधायक और जदयू के किसी नेता ने भी इसकी पुष्टि नहीं की. सभी ने कहा कि यह पूरी तरह निराधार है. लेकिन आरसीपी सिंह को लेकर जिस प्रकार से चर्चा हो रही है, आरसीपी सिंह लगातार पिछले चार पांच दिनों से पटना में जमे हैं. क्योंकि, राज्यसभा का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है और 10 जून को चुनाव होना है लेकिन अभी तक उनके नाम पर मुहर नहीं लगी है.

जेडीयू को सता रहा टूट का डर: जदयू में कभी राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद और लोकसभा की टिकट बांटने वाले आरसीपी सिंह की उम्मीदवारी पर संशय (RCP Singh candidature for Rajya Sabha)बना हुआ है. राज्यसभा नहीं जाने पर केंद्र में मंत्री पद भी जाना तय है. इसके कारण आरसीपी सिंह को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है. आरसीपी सिंह जेडीयू संगठन में लंबे समय से काम करते रहे हैं और पार्टी पर कुछ हद तक पकड़ भी रही है. नीतीश कुमार के बाद पार्टी में दो नंबर की कमान आरसीपी सिंह के पास ही रही है. ऐसे में यदि पार्टी राज्यसभा नहीं भेजती है तो जदयू में टूट होने की भी चर्चा है.


जेडीयू-आरजेडी की नजदीकियां : वहीं, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच हाल के दिनों में नजदीकियां बढ़ीं हैं. बिहार में जातीय जनगणना पर सत्ताधारी दल जदयू और मुख्य विपक्षी दल आरजेडी की राय एक है. बिहार में मंत्रिमंडल के विस्तार की ही चर्चा होती रही लेकिन लंबा खींचता रहा है. राज्यसभा चुनाव के बाद राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव भी होना है. विधान परिषद की 7 सीटों पर भी चुनाव होना है. ऐसे में बिहार में अभी चुनावी हलचल बने रहना तय है. नीतीश कुमार का कई मुद्दों पर बीजेपी से मतभेद भी रहा है. इन दिनों नीतीश कुमार की परेशानी भी कई कारणों से बढ़ी है.

इन सब के बीच राज्यपाल फागू चौहान अचानक दिल्ली गए हैं तो उसको लेकर भी कई तरह की चर्चा शुरू हो गई हैं. ऐसे राज्यपाल अपने स्वास्थ्य कारणों से भी दिल्ली बराबर जाते रहे हैं. जिस तरह से जेडीयू में बैठकों का दौर रफ्तार पकड़ रहा है उसे देखते हुए सूत्र बताते हैं कि इस बार राज्यपाल स्वास्थ्य कारणों से नहीं बल्कि उन्हें दिल्ली से बुलाया गया है.

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पटना : बिहार में सियासी हलचल (Signs of political upheaval in Bihar) की चर्चा के बीच राज्यपाल फागू चौहान अचानक आज दिल्ली रवाना हुए हैं. राज्यपाल के दिल्ली जाने को लेकर भी कई तरह की चर्चा चल रहीं हैं. राजभवन ये क्लियर नहीं कर पा रहा है कि राज्यपाल कब तक दिल्ली से लौटेंगे. उन्हें दिल्ली बुलाया गया है या निजी कारणों से दिल्ली दौरे पर हैं, राजभवन कार्यालय इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कह रहा है.

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जेडीयू में आरसीपी संकट? : पिछले 3 दिनों से जदयू के विधायकों को 72 घंटे तक पटना में रुकने की अफवाह उड़ती रही. हालांकि, किसी विधायक और जदयू के किसी नेता ने भी इसकी पुष्टि नहीं की. सभी ने कहा कि यह पूरी तरह निराधार है. लेकिन आरसीपी सिंह को लेकर जिस प्रकार से चर्चा हो रही है, आरसीपी सिंह लगातार पिछले चार पांच दिनों से पटना में जमे हैं. क्योंकि, राज्यसभा का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है और 10 जून को चुनाव होना है लेकिन अभी तक उनके नाम पर मुहर नहीं लगी है.

जेडीयू को सता रहा टूट का डर: जदयू में कभी राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद और लोकसभा की टिकट बांटने वाले आरसीपी सिंह की उम्मीदवारी पर संशय (RCP Singh candidature for Rajya Sabha)बना हुआ है. राज्यसभा नहीं जाने पर केंद्र में मंत्री पद भी जाना तय है. इसके कारण आरसीपी सिंह को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है. आरसीपी सिंह जेडीयू संगठन में लंबे समय से काम करते रहे हैं और पार्टी पर कुछ हद तक पकड़ भी रही है. नीतीश कुमार के बाद पार्टी में दो नंबर की कमान आरसीपी सिंह के पास ही रही है. ऐसे में यदि पार्टी राज्यसभा नहीं भेजती है तो जदयू में टूट होने की भी चर्चा है.


जेडीयू-आरजेडी की नजदीकियां : वहीं, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच हाल के दिनों में नजदीकियां बढ़ीं हैं. बिहार में जातीय जनगणना पर सत्ताधारी दल जदयू और मुख्य विपक्षी दल आरजेडी की राय एक है. बिहार में मंत्रिमंडल के विस्तार की ही चर्चा होती रही लेकिन लंबा खींचता रहा है. राज्यसभा चुनाव के बाद राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव भी होना है. विधान परिषद की 7 सीटों पर भी चुनाव होना है. ऐसे में बिहार में अभी चुनावी हलचल बने रहना तय है. नीतीश कुमार का कई मुद्दों पर बीजेपी से मतभेद भी रहा है. इन दिनों नीतीश कुमार की परेशानी भी कई कारणों से बढ़ी है.

इन सब के बीच राज्यपाल फागू चौहान अचानक दिल्ली गए हैं तो उसको लेकर भी कई तरह की चर्चा शुरू हो गई हैं. ऐसे राज्यपाल अपने स्वास्थ्य कारणों से भी दिल्ली बराबर जाते रहे हैं. जिस तरह से जेडीयू में बैठकों का दौर रफ्तार पकड़ रहा है उसे देखते हुए सूत्र बताते हैं कि इस बार राज्यपाल स्वास्थ्य कारणों से नहीं बल्कि उन्हें दिल्ली से बुलाया गया है.

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