पटना: दो साल पहले आज के ही दिन बिहार की सियासत में भारी उलटफेर हुआ था. दो साल पहले नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ते हुए बीजेपी के सहयोग से सरकार बनायी. जहां विपक्षी पार्टियां इसे जनादेश का अपमान बता काला दिवस मना रही है. वहीं बीजेपी ने राजद के भ्रष्टाचार की बात कह सीएम का बचाव कर रही है.
नीतीश-लालू की जोड़ी चुनाव में एनडीए को करारी शिकस्त देने के बाद दो साल के अंदर ही दोनों की राहें जुदा हो गई. नीतीश कुमार अपने पुराने सहयोगी बीजेपी के साथ सरकार बनायी.
बीजेपी के आने से बढ़ा अपराध
महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस बिहार में कानून का राज समाप्त होने की बात कह रही है. राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि जनादेश महागठबंधन को मिला था. लेकिन बीजेपी नीतीश को डराकर महागठबंधन तुड़वाने में कामयाब रही. इस कारण राजद इसे काला दिवस के रूप में मना रही है. राजद विधायक ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, बीजेपी सत्ता के बिना नहीं रहे सकती. जब से सरकार में आयी है तब से सूबे में हत्या, लूट, हिंसक घटनाएं, मॉब लिंचिंग और रेप की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.
नीतीश के लिए भोले दानी बने लालू
वही महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे शिवचंद्र राम ने कहा कि नीतीश कुमार के पास 70 विधायक था. इसके बावजूद लालू यादव ने भोले दानी बन कर सीएम बनाया. नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए सवाल पूछा, दो साल हो गए बिहार को क्या मिला. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला क्या?
पिछले दरवाजे से सत्ता में आयी बीजेपी
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने महागठबंधन से नीतीश के अलग होने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, जनादेश महागठबंधन को मिला था. लेकिन इस सरकार ने इसकी हत्या की. जिसे विपक्ष में बैठने का जनाधार मिला वह पिछले दरवाजे से सत्ता में शामिल हो गया. नीतीश कुमार अगर चुनाव लड़कर सीएम बनते तो उनके लिए अच्छा रहता.
तेजस्वी के गायब रहने पर काला दिवस मनाए RJD: BJP
वही बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के कारण नीतीश ने साथ छोड़ा था. तेजस्वी यादव से सफाई देने की भी बात कही. लेकिन वह सफाई हीं दे पाए. बीजेपी नेता ने एनडीए सरकार में हो रहे विकास कार्य का उल्लेख करते हुए विपक्ष को लताड़ भी लगाई. काला दिवस के सवाल पर कहा कि तेजस्वी की गायब रहने पर इस दिवस को मनाएं. बिहार में बाढ़ की स्थिति है. लेकिन वह लगातार गायब हैं. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बजट में दस गुणा बजट में बढ़ोतरी हुई है. बिहार में NDA की सरकार लगातार विकास कार्य में जुटी है.
मतभेद भूलाकर एकजुट हुए थे लालू-नीतीश
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव नीतीश कुमार ने आपसी मतभेद भुला कर बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन का निर्माण किया था. इस गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल थी. 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने बीजेपी के विजय रथ को रोकने में सफलता हासिल की थी. हालांकि आईआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी यादव का नाम आने के बाद दोनों दलों के बीच खटास पैदा हो गई. जिसके बाद 26 जुलाई 2017 को नीतीश कुमार ने महागठबंधन को बाय बोल दिया था.