पटनाः हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग लगातार कर रहा है. इसको लेकर जीतन राम मांझी ने महागठबंधन के घटक दलों को अल्टीमेटम भी दिया था. पार्टी प्रवक्ता विजय यादव का अभी भी साफ-साफ कहना है कि चुनाव से पहले को-ऑर्डिनेशन कमिटी बन जाएगी. लेकिन अब कांग्रेस भी इस मांग को लेकर संवेदनशील नहीं है.
'दलों के बीच अच्छा है को-ऑर्डिनेशन'
को-ऑर्डिनेशन कमेटी को लेकर कांग्रेस अलग-अलग तरह के बयान दे रही है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल अभी बिहार में है और उन्हें जब महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि महागठबंधन में जितने भी दल है उसके बीच अच्छा को-ऑर्डिनेशन है. समय-समय पर सभी दलों की बैठक भी होते रहती है निश्चित तौर पर हम लोग इस बार एनडीए सरकार को बिहार में पटकनी देंगे.
को-ऑर्डिनेशन कमेटी पर नहीं है एक राय
इस सवाल पर कि को-ऑर्डिनेशन कमेटी कब बनेगी या क्या होना है, इस पर बिहार प्रभारी जवाब देते नजर नहीं आए. यानी कुल मिलाकर देखें तो कांग्रेस भी अब को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सवाल पर कन्नी काटती नजर आ रही है.
वहीं, हम के प्रवक्ता विजय यादव का साफ-साफ कहना है कि चुनाव से पहले को-ऑर्डिनेशन कमिटी बन जाएगी और कहीं ना कहीं बिहार में एनडीए को सत्ता से बाहर करने के लिए को-ऑर्डिनेशन कमेटी का बनना बहुत जरूरी है.
ये भी पढ़ेंः पटना: नवल किशोर यादव ने शिक्षकों की सेवा शर्त को लेकर CM नीतीश को लिखा पत्र
कांग्रेस कुछ भी बोलने से कर रही परहेज
बता दें कि आरजेडी शुरू से ही महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग को सही नहीं बता रही थी और अब ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस भी कमिटी को लेकर उतनी संवेदनशील नहीं है. वैसे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अभी भी को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग कर कर रहा है. अब देखना यह है कि जीतन राम मांझी ने जो को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग की है उस पर महागठबंधन के अन्य घटक दल मांझी का साथ देते हैं या नहीं. फिलहाल कांग्रेस कुछ भी बोलने से परहेज करती नजर आ रही है.