पटना: बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) से दिल्ली में मुलाकात की है. बिहार में तेज गति से उद्योगों की स्थापना में बैंकों की ओर से व्यापार पूंजी Trade Capital) उपलब्ध कराने को लेकर भेंट की. इस दौरान बिहार पॉलिसी के तहत प्रस्तावित एथेनॉल इकाईयों को भी केंद्र सरकार की वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन योजनाओं का समान लाभ देने के लिए भी बातचीत की.
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उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से प्रस्तावित औद्योगिक ईकाइयों को बैंकों द्वारा आसानी से और जल्दी पूंजी उपलब्ध कराने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया. इसके साथ-साथ बिहार पॉलिसी के तहत प्रस्तावित एथेनॉल इकाईयों को भी केंद्र की वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन योजनाओं का समान लाभ देने की भी मांग की.
शाहनवाज ने वित्त मंत्री से अनुरोध किया कि बिहार के औद्योगिकीकरण में बैंकों की जिम्मेदारी बढ़ाई जाए और खासकर सुक्ष्म-लघु और मध्यम दर्जे के प्रस्तावित इकाईयों को ऋण उपलब्ध कराने में बैंकों द्वारा प्राथमिकता दी जाए. मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात अच्छी रही और उन्होंने बिहार के औद्योगिक विकास में हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
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बिहार के उद्योग मंत्री ने वित्त मंत्री को चिट्ठी सौंपकर ये जानकारी भी दी कि 2020-21 के आंकड़ों के मुताबिक बिहार का क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो (CD Ratio) 46.40% रहा, जोकि राष्ट्रीय औसत 76.5% से काफी कम है. उन्होंने कहा कि पिछले सालों में भी बिहार का सीडी रेशियो खराब ही रहा है, जिसका साफ मतलब है कि बैंकों ने बिहार से पैसा जमा कर बिहार के औद्योगिक विकास में लगाने के बजाए अन्य विकसित राज्यों में लगाया. जबकि इसके विपरीत होना चाहिए था.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में बिहार सरकार द्वारा बार-बार मुद्दा उठाए जाने के बावजूद क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो में सुधार नहीं हो रहा है. उन्होंने वित्त मंत्री से बैंकों को जरूरी निर्देश देने का अनुरोध किया, ताकि बिहार की उद्यौगिक परियोजनाएं तेजी से साकार रुप ले सके और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार के औद्योगिकीकरण का सपना साकार हो.