पटना: दानापुर कोर्ट में अपराधियों से लोहा लेते हुए पटना पुलिस के जवान प्रभाकर की बुधवार मौत हो गई. गुरुवार को पटना पुलिस लाइन में वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने जवान प्रभाकर को आखिरी सलामी दी.
जवान को नम आंखों से दी गई विदाई
इस मौके पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, आईजी पटना सुनील कुमार, डीआईजी राजेश कुमार और एसएसपी गरिमा मलिक मौजूद थे. सभी ने शहीद को सलामी देने के साथ-साथ उनके अर्थी को कंधा भी दिया. पुलिस मेन्स एसोसिएशन के पटना जिला अध्यक्ष के साथ पटना पुलिस लाइन में मौजूद सैकड़ों जवानों ने प्रभाकर को नम आंखों से विदाई दी.
'अपराधियों, अब तुम्हारी खैर नहीं'
प्रभाकर के परिजनों को डीजीपी ने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि काम के दौरान शहादत होती रहती है. आज पटना पुलिस लाइन की ओर से अपराधियों को संदेश भी दिया गया है कि अब तुम्हारी खैर नहीं.
'इंतजार कीजिये, अब अपराधी बचेंगे नहीं'
यहां अहम सवाल ये है कि आखिर पुलिस का खौफ अपराधियों में क्यों नहीं है. इस सवाल का जवाब देते हुए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि इंतजार कीजिये अब अपराधी बचेंगे नहीं. बता दें कि प्रभाकर मोतिहारी जिले के गोला पकड़िया भागिरावा गांव के रहने वाले थे.