पटना: राजधानी पटना नेट चलने वाले ऑटो की सवारी दिन के उजाले में भी कितने सुरक्षित हैं. इसकी ग्राउंड जीरो रियलिटी जानने के लिए पटना के कई चौक-चौराहों से गुजर रहे ऑटो चालकों से ईटीवी संवाददाता ने बात की. जिसमें ऑटो पर ट्रैफिक विभाग की ओर से अंकित सिक्योरिटी कोड मिटे हुए नजर आए.
ऑटो चालकों पर सवाल
बताया जा रहा है कि राजधानी में ऑटो से चलने वाले लोगों की सुरक्षा को देखते हुए साल 2018 के आखिरी महीने में पटना ट्रैफिक पुलिस ने सभी ऑटो पर सिक्योरिटी कोड अंकित करवाए थे. लेकिन महज 2 सालों में ही राजधानी में चलने वाले ऑटो पर से आवंटित कोड मिटे हुए नजर आ रहे हैं.
सुरक्षित नहीं लगती ऑटो की सवारी
ऑटो ड्राइवर कहते हैं कि 2 साल पहले पटना ट्रैफिक विभाग की ओर से उनके ऑटो पर सिक्योरिटी कोड अंकित किया गया था. समय के साथ वह भी मिट गया और प्रशासन की उदासीनता की वजह से उसे फिर से ऑटो पर अंकित नहीं किया गया. वहीं, ऑटो सवार कहते हैं कि आज भी उन्हें ऑटो की सवारी सुरक्षित नहीं लगती और खास करके इस संक्रमण काल में तो बिल्कुल भी नहीं है.
बता दें कि राजधानी में अपराधियों ने एक ऑटो सवार महिला को गोली मार दी. इस घटना में अस्पताल ले जाने के दौरान महिला की मौत हो गई थी. जिसके बाद ऑटो चालकों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.