पटना: बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के दूसरे चरण के लिए 29 सितंबर को मतदाता अपने मतदान का प्रयोग करेंगे. बिहार के 34 जिलों के 48 प्रखंड में मतदाता शांतिपूर्ण निष्पक्ष तरीके से अपने मतों का प्रयोग कर सकें, इसे लेकर पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक जैसे ही चुनाव की घोषणा हुई है, चुनाव आयोग के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय के SOP के तहत कार्रवाई कर रही है. एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक दूसरे चरण के 34 जिलों के थाना बूथ पंचायत स्तर से असामाजिक तत्व, गुंडा तत्व और जो लोग चुनाव के दौरान प्रभावित कर सकते हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की गई है. उनसे बांड थानों में भरवाया गया है, जिनके खिलाफ वारंट या कुर्की निकली हुई है, उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है.
बता दें कि राजधानी पटना सहित शहरी क्षेत्रों में जहां पर पंचायत चुनाव नहीं होने वाले हैं. उन थाना क्षेत्रों में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को लाइन भी क्लोज किया जा रहा है ताकि उन्हें चुनाव ड्यूटी में लगाया जा सके. इसके अलावा बहुत सारे पूर्व विधायक और पूर्व सांसद के अलावा वीआईपी को दी गई सुरक्षा में से भी कटौती की जा रही है. खासकर वो लोग जिन्हें सुरक्षा का खतरा नहीं है, उनसे चुनाव के मद्देनजर उनकी सुरक्षा भी वापस ली जा रही है.
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''दूसरे चरण के तहत संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर पेट्रोलिंग के माध्यम से गश्ती की जा रही है. संवेदनशील चिन्हित स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. जिसके फलस्वरूप कुछ दिन पहले बेगूसराय जिले में एके-47 जैसे हथियार भी बरामद किए गए. पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस अभियान चलाकर कारतूस, हथियार, विस्फोटक सामग्री, मद्यनिषेध कानून के तहत शराब और ड्रग्स को लगातार पकड़ने का अभियान चला रही है और पुलिस को अच्छी कामयाबी भी हासिल हो रही है.''- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर बिहार के बॉर्डर इलाकों में चेक पोस्ट बनाया गया है, जिलों के अंदर भी चेक पोस्ट बनाया गया है और विभिन्न जगहों पर छापेमारी अभियान के साथ-साथ वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. छापामारी के दौरान पुलिस को अच्छी कामयाबी हासिल हो रही है. कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिससे शांतिपूर्ण और भयमुक्त माहौल तैयार हुआ है. आम लोगों से पुलिस मुख्यालय ने अपील की है कि वह अपने मतों का प्रयोग अवश्य करें.
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पटना जिला की बात करें तो पटना जिले में पंचायत चुनाव 11 फेज में होने वाला है. पहला फेज 29 सितंबर पटना जिले के तीन थाना क्षेत्रों में होगा. इसमें पालीगंज, सीगोडी और खिरीमोड़ शामिल है, 27 सितंबर को पहले चरण का प्रचार प्रसार खत्म हो जाएगा. इसके बाद 28 सितंबर को शक्ति के साथ उपद्रव करने वाले लोगों को थानों में रखा जाएगा और 29 तारीख को मतदान के बाद ही उन्हें छोड़ा जाएगा.
दरअसल, आम दिनों में भी पटना का यह पश्चिमी इलाका अपराध के मामले में काफी संवेदनशील रहा है. जिस वजह से पटना पुलिस की तरफ से पूरी शक्ति बरती जा रही है. पटना पुलिस की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार वोटिंग से लेकर रिजल्ट तक की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से की जा सके और लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न ना हो इसको लेकर हर पंचायत को दो अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया है. हर सेक्टर में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और 4 जवान तैनात रहेंगे.
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वहीं, लॉ एंड ऑर्डर बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से लगातार जीप से पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा बूथ पर ईवीएम के खराब होते ही उसे बदलने की जिम्मेवारी भी सेक्टर की पुलिस टीम की होगी. आपको बता दें कि वोटिंग के दौरान बूथों की सुरक्षा के लिए पटना पुलिस द्वारा अलग से इंतजाम किया गया है. पुलिस मुख्यालय के अनुसार पटना पुलिस के द्वारा जिन थानों इलाकों में चुनाव होगा, उन थानों को अलग से 16 बाइक और 32 सिपाही दिए जाएंगे, जो उन थाना इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग करते रहेंगे. दरअसल, अन्य जिलों की तुलना में पटना जिले में चुनाव के दौरान अतिरिक्त फोर्स की तैनाती भी की जाएगी.