पटना: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे. लेकिन अब तक महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. जीतन राम मांझी के बाद रालोसपा ने भी महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है. सूत्रों के मुताबिक रालोसपा तीसरे मोर्चे में कुछ अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव में उतरेगी.
इधर महागठबंधन में मांझी और कुशवाहा की विदाई के बाद कांग्रेस, राजद और वाम दलों के बीच फार्मूला तय हो गया है. राजद का दावा है कि बहुत जल्द सीट शेयरिंग की घोषणा हो जाएगी.
सीट बंटवारे पर नहीं बन पाई बात
एक तरफ एनडीए में लोजपा ने जदयू के लिए परेशानी खड़ी करके गठबंधन का पेंच उलझा रखा है. दूसरी तरफ महागठबंधन में भी उपेंद्र कुशवाहा उसी रोल में दिख रहे हैं. उन्होंने तो अब सीधे सीधे इशारा कर दिया है कि महागठबंधन का सीएम चेहरा उन्हें पसंद नहीं. सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन से रालोसपा का नाता टूट चुका है. खबर ये भी मिल रही है कि बहुत जल्द रालोसपा कुछ अन्य दलों के साथ थर्ड फ्रंट का गठन कर सकती है. इसमें बसपा, जाप और कुछ अन्य दल शामिल हो सकते हैं.
क्या कहते हैं शिवानंद तिवारी
उपेंद्र कुशवाहा को लेकर राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तो यहां तक कह दिया कि चार पैर वाले को बांध सकते हैं. लेकिन 2 पैर वाले को कैसे बांधेंगे. उन्होंने तो उपेंद्र कुशवाहा का नाम भी लिया और यह कहा कि सीटों को लेकर उनकी नाराजगी है. लेकिन उनको सोचना चाहिए कि अब उनके लिए कौन सी जगह बची है, वह कहां जाएंगे.
'जाने वाले को कौन रोक सकता'
वहीं, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा ने कहा कि राजद और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच लगातार बातचीत चल रही है और बहुत जल्द सीटों की घोषणा होगी. महागठबंधन छोड़ने वालों पर उन्होंने कहा कि जाने वाले को कौन रोक सकता है. जनता फैसला करेगी कि किसे वोट देना है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस और राजद के बीच सीटों का तालमेल लगभग हो चुका है. दोनों दलों के बीच लगातार बातचीत हो रही है. वामदलों के साथ सीट को लेकर कुछ पैंच जरूर फंसा है. लेकिन उस पर भी बहुत जल्द फैसला हो सकता है. राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लगभग सहमति बन चुकी है और बहुत जल्द सभी पार्टियों के शीर्ष नेता इसकी घोषणा करेंगे.
'कोई भी अपना पत्ता खोलने को तैयार नहीं'
हम और रालोसपा के महागठबंधन से बाहर जाने के बाद संभावना है कि राष्ट्रीय जनता दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगा. सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर हालांकि कोई भी अपना पत्ता खोलने को तैयार नहीं है. लेकिन माना जा रहा है कि राजद और कांग्रेस मिलकर 200 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इनके अलावा सीपीआई, सीपीआईएम, माले और झामुमो भी महागठबंधन के बैनर में साथ नजर आएंगे. वामदल एक सुर में बार-बार कह रहे हैं कि इस बार वह महागठबंधन के साथ हैं. सूत्रों के मुताबिक अगले 2 दिन में एनडीए अपनी लिस्ट जारी कर सकता है और उसके बाद महागठबंधन सीट शेयरिंग की घोषणा करेगा.