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पटना: 'जल कैदी' बने लोग, SDRF और NDRF की टीमें मुस्तैदी से कर रही है काम

सोमवार को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पटना की सड़कों पर राहत सामग्री पहुंचाते नजर आईं. जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल है.

राहत और बचाव कार्य जारी
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Published : Sep 30, 2019, 11:01 PM IST

पटना: लगातार हो रही बारिश ने राजधानी का सूरत-ए-हाल बिगाड़ दिया है. निचले इलाकों से लेकर पॉश इलाकों में भी 3 से 4 फुट तक पानी भर चुका है. लोग घरों में कैद हो गए हैं. बोरिंग रोड से सटे इलाके श्रीकृष्णापुरी मोहल्ले में भयानक जलजमाव की स्थिति है. यहां कमर तक पानी जमा हुआ है.

Patna
शोध संस्थान में भरा पानी

जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल है. जलजमाव के बाद उत्पन्न हुए हालात से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम इलाके में बोट के जरिए राहत और बचाव कार्य चला रही है. सोमवार को भी टीमें पटना की सड़कों पर राहत सामग्री पहुंचाती नजर आईं.

राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च संस्थान का हाल

दूध और पानी की बोतल बांटती दिखी टीम
एसडीआरएफ की टीम ने एसकेपुरी मोहल्ले में दूध और पीने के पानी की बोतलें बांटी. राहत सामग्री बांट रहे जिला नियंत्रण कक्ष के विपिन शर्मा ने बताया कि सभी घरों तक राहत सामाग्री पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है. इलाके में 2 दिन से बिजली की आपूर्ति ठप है, इसलिए पानी की भी किल्लत हो गई है.

Patna
लोगों का जीवन अस्त व्यस्त

एशिया के सबसे बड़े शोध संस्थान में जलजमाव
एशिया का सबसे बड़े अस्पताल राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च संस्थान में भी जलजमाव के कारण परेशानी बढ़ गई है. यह एकमात्र संस्थान है जहां कालाज्वर जैसी बीमारी का शोध किया जाता है. लेकिन, यहां भी व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. बारिश का पानी घुस जाने के कारण यहां करोड़ों के उपकरण बर्बाद हो चुके हैं.

राहत और बचाव कार्य जारी

घर गिरने की आशंका से पलायन कर रहे लोग
राजधानी में आई आफत की बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोगों में चीख-पुकार मची हुई है. घर से निकलना दुश्वार हो गया है. घरों में खाने-पीने का सामान खत्म हो चुका है. ऐसे में लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं.

पटना: लगातार हो रही बारिश ने राजधानी का सूरत-ए-हाल बिगाड़ दिया है. निचले इलाकों से लेकर पॉश इलाकों में भी 3 से 4 फुट तक पानी भर चुका है. लोग घरों में कैद हो गए हैं. बोरिंग रोड से सटे इलाके श्रीकृष्णापुरी मोहल्ले में भयानक जलजमाव की स्थिति है. यहां कमर तक पानी जमा हुआ है.

Patna
शोध संस्थान में भरा पानी

जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल है. जलजमाव के बाद उत्पन्न हुए हालात से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम इलाके में बोट के जरिए राहत और बचाव कार्य चला रही है. सोमवार को भी टीमें पटना की सड़कों पर राहत सामग्री पहुंचाती नजर आईं.

राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च संस्थान का हाल

दूध और पानी की बोतल बांटती दिखी टीम
एसडीआरएफ की टीम ने एसकेपुरी मोहल्ले में दूध और पीने के पानी की बोतलें बांटी. राहत सामग्री बांट रहे जिला नियंत्रण कक्ष के विपिन शर्मा ने बताया कि सभी घरों तक राहत सामाग्री पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है. इलाके में 2 दिन से बिजली की आपूर्ति ठप है, इसलिए पानी की भी किल्लत हो गई है.

Patna
लोगों का जीवन अस्त व्यस्त

एशिया के सबसे बड़े शोध संस्थान में जलजमाव
एशिया का सबसे बड़े अस्पताल राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च संस्थान में भी जलजमाव के कारण परेशानी बढ़ गई है. यह एकमात्र संस्थान है जहां कालाज्वर जैसी बीमारी का शोध किया जाता है. लेकिन, यहां भी व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. बारिश का पानी घुस जाने के कारण यहां करोड़ों के उपकरण बर्बाद हो चुके हैं.

राहत और बचाव कार्य जारी

घर गिरने की आशंका से पलायन कर रहे लोग
राजधानी में आई आफत की बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोगों में चीख-पुकार मची हुई है. घर से निकलना दुश्वार हो गया है. घरों में खाने-पीने का सामान खत्म हो चुका है. ऐसे में लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं.

Intro:पटना के बोरिंग रोड से सटे इलाके श्रीकृष्णापुरी मोहल्ले में जलजमाव की स्थिति है और यहां कमर तक पानी जमा है जिसका लोगों का घर से निकलना मुश्किल है. जलजमाव के बाद उत्पन्न हुई हालात से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीम इलाके में बोट चला रही है और राहत सामग्री पहुंचा रही है.


Body:एसडीआरएफ की टीम एसके पूरी मोहल्ले में दूध और पीने के पानी का बोतल बांट रही है. राहत सामग्री बंटवारे जिला नियंत्रण कक्ष के विपिन शर्मा ने बताया कि सभी घरों तक राहत समाधि पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है और सभी घर तक पहुंचा दी गई है. उन्होंने बताया कि क्योंकि बच्चों को दूध भी बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है और इलाके में 2 दिन से बिजली की आपूर्ति ठप है इसलिए पीने के पानी का भी किल्लत हो गया है जिस कारण दूध और पीने का पानी का बोतल हर घर तक पहुंचाया जा रहा है और इसके लिए एसडीआरएफ के जवान वाटर बोट के जरिए राहत सामग्री पूरी श्रीकृष्णापुरी मोहल्ले में पहुंचा रहे हैं.


Conclusion:जिला नियंत्रण कक्ष के अपर प्रभारी विपिन शर्मा ने बताया कि इसके पूरी मुखर्जी मैं जब तक इस प्रकार की स्थिति बनी रहेगी तब तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी और उम्मीद है कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे. उन्होंने कहा कि आज की तरह ही तीन-चार दिन अगर बारिश नहीं हुई तो लगभग पानी की निकासी हो जाएगी और जब तक इस प्रकार के हालात बने हुए हैं तब तक राहत सामग्री रोजाना पहुंचाई जा रही है.
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