पटना: लगातार हो रही बारिश ने राजधानी का सूरत-ए-हाल बिगाड़ दिया है. निचले इलाकों से लेकर पॉश इलाकों में भी 3 से 4 फुट तक पानी भर चुका है. लोग घरों में कैद हो गए हैं. बोरिंग रोड से सटे इलाके श्रीकृष्णापुरी मोहल्ले में भयानक जलजमाव की स्थिति है. यहां कमर तक पानी जमा हुआ है.
जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल है. जलजमाव के बाद उत्पन्न हुए हालात से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम इलाके में बोट के जरिए राहत और बचाव कार्य चला रही है. सोमवार को भी टीमें पटना की सड़कों पर राहत सामग्री पहुंचाती नजर आईं.
दूध और पानी की बोतल बांटती दिखी टीम
एसडीआरएफ की टीम ने एसकेपुरी मोहल्ले में दूध और पीने के पानी की बोतलें बांटी. राहत सामग्री बांट रहे जिला नियंत्रण कक्ष के विपिन शर्मा ने बताया कि सभी घरों तक राहत सामाग्री पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है. इलाके में 2 दिन से बिजली की आपूर्ति ठप है, इसलिए पानी की भी किल्लत हो गई है.
एशिया के सबसे बड़े शोध संस्थान में जलजमाव
एशिया का सबसे बड़े अस्पताल राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च संस्थान में भी जलजमाव के कारण परेशानी बढ़ गई है. यह एकमात्र संस्थान है जहां कालाज्वर जैसी बीमारी का शोध किया जाता है. लेकिन, यहां भी व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. बारिश का पानी घुस जाने के कारण यहां करोड़ों के उपकरण बर्बाद हो चुके हैं.
घर गिरने की आशंका से पलायन कर रहे लोग
राजधानी में आई आफत की बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोगों में चीख-पुकार मची हुई है. घर से निकलना दुश्वार हो गया है. घरों में खाने-पीने का सामान खत्म हो चुका है. ऐसे में लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं.