पटना: बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के खिलाफ विरोध कर रहीं विपक्षी दलों की महिला विधायकों के साथ मंगलवार को हाथापाई और खींचातानी हुई. महिला विधायकों ने महिला मार्शलों पर मारपीट करने का आरोप भी लगाया.
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विधानसभा के अंदर से खींचकर लाईं गईं नोखा से राजद की महिला विधायक अनीता देवी काफी देर तक सदन के बाहर सड़क पर बैठी रहीं. उनकी सांसे फूल रहीं थी. काफी कोशिश के बाद उन्होंने अपने सांसों पर काबू पाया और कहा कि मेरे साथ जोर जबरदस्ती की गई. धक्का-मुक्की, खींचातानी और मारपीट सब हुआ.
अनीता ने कहा कि हमलोग विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इतने में एक महिला विधायक को महिला सिपाही पकड़कर ले गईं. हमलोग उन्हें छुड़ाने गए तो यह हाल किया.
सरकार कर रही अंग्रेजी राज जैसी तानाशाही
मोहनिया से विधायक संगीता कुमारी ने कहा कि सरकार अंग्रेजी राज की तरह तानाशाही कर रही है. हमलोगों को धक्का देकर सदन से बाहर निकाला गया. यह सरकार महिला समर्थक नहीं है. सरकार सिर्फ महिला सशक्तिकरण का ढोंग करती है. आज महिलाओं के साथ मारपीट की गई. मुझे धकेलकर बाहर निकाला गया.
"बिहार की जनता देख रही है. महिला विधायकों पर अत्याचार किया जा रहा है. हम विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. हम पुलिस बिल के खिलाफ हैं. सरकार पुलिस विधेयक ला रही है. इसका हमलोग पुरजोर विरोध करते हैं. इस विधेयक के अनुसार पुलिस किसी को भी शक के आधार पर गिरफ्तार कर सकती है. किसी की भी तलाशी ले सकती है. इससे हर व्यक्ति असुरक्षित महसूस करेगा. इसमें कोई अपनी दुश्मनी भी निभाने की कोशिश करेगा."- संगीता कुमारी, विधायक