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बिहार में स्कूल खोलने की तैयारी, शिक्षा मंत्री ने विजय कुमार चौधरी ने दिए संकेत - Preparation to open school in Bihar

बिहार में कोरोना वायरस (Corona Infection) मरीजों की संख्या में कमी को देखते हुए सरकार स्कूल खोलने (Schools Will Open Soon In Bihar) पर विचार शुरू कर दी है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी इसके संकेत दिए हैं. हालांकि, इसको लेकर अंतिम फैसला राज्य सरकार द्वारा गठित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में लिया जाना है. पढ़ें पूरी खबर..

Education Minister Vijay Kumar Choudhary
Education Minister Vijay Kumar Choudhary
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Published : Feb 1, 2022, 10:24 AM IST

पटना: कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के कारण बिहार में स्कूल खोले जाने की संभावना अधिक बन गई है. छह फरवरी के बाद बिहार में शिक्षण संस्थान खुलने की संभावना है. दरअसल, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में स्कूल खोलने के फैसले के बाद अब बिहार में भी सभी स्कूलों को खोलने पर विचार हो रहा है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने इसके संकेत दिए हैं. कोविड-19 संक्रमण की स्थिति तेजी से नियंत्रित हो रही है और इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में स्कूल खोलने पर फैसला हो सकता है.

यह भी पढ़ें - बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022: आज से 1471 केंद्रों पर परीक्षा, इन बातों का रखें ध्यान

बिहार में बच्चों के पढ़ाई को हो रहे नुकसान को देखते हुए सरकार बहुत जल्दी स्कूल खोलने पर विचार कर रही है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण की दर बहुत तेजी से कम हो रही है आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में हम स्कूल खोलने पर विचार करेंगे.

बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार ने 6 जनवरी से प्राइमरी स्कूल बंद किए थे. लेकिन इसके तुरंत बाद 7 जनवरी से तत्काल प्रभाव से सभी शैक्षणिक संस्थाओं को 21 जनवरी तक बंद किया गया. स्थिति की समीक्षा के बाद फिर सरकार ने 6 फरवरी तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया. अब अगले कुछ दिनों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक होने वाली है. जिसमें कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा होगी और संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में स्कूलों को खोलने को लेकर फैसला हो सकता है.

इधर, प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन लगातार सरकार से स्कूलों को खोलने की मांग कर रहा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के शमाइल अहमद ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर 6 फरवरी के बाद स्कूल नहीं खुलते हैं तो वे आंदोलन करेंगे. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक 5 फरवरी को संभावित है और इसमें 6 फरवरी के बाद 8 या 10 फरवरी से प्राथमिक और माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों को बारी-बारी से खोलने पर फैसला हो सकता है.

दरअसल, कोरोना माहमारी में स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई का बेहद ज्यादा नुकसान हो चुका है. अगले कुछ दिनों में सभी कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा होने वाली है. ऐसे में बच्चों का पाठ्यक्रम पूरा करना स्कूलों के लिए और शिक्षकों के लिए भी मुश्किल टास्क होगा. सरकारी स्कूलों के प्राइमरी क्लास के बच्चों को लगातार तीसरे साल अगले क्लास में प्रमोट करने का फैसला भी सरकार कर सकती है.

यह भी पढ़ें - बिहार में अब गुरुजी ढूंढेंगे शराब.. स्कूल कैंपस से लेकर गांव-कस्बों में भी एक्टिव रहेंगे मास्टर साहब

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पटना: कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के कारण बिहार में स्कूल खोले जाने की संभावना अधिक बन गई है. छह फरवरी के बाद बिहार में शिक्षण संस्थान खुलने की संभावना है. दरअसल, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में स्कूल खोलने के फैसले के बाद अब बिहार में भी सभी स्कूलों को खोलने पर विचार हो रहा है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने इसके संकेत दिए हैं. कोविड-19 संक्रमण की स्थिति तेजी से नियंत्रित हो रही है और इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में स्कूल खोलने पर फैसला हो सकता है.

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बिहार में बच्चों के पढ़ाई को हो रहे नुकसान को देखते हुए सरकार बहुत जल्दी स्कूल खोलने पर विचार कर रही है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण की दर बहुत तेजी से कम हो रही है आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में हम स्कूल खोलने पर विचार करेंगे.

बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार ने 6 जनवरी से प्राइमरी स्कूल बंद किए थे. लेकिन इसके तुरंत बाद 7 जनवरी से तत्काल प्रभाव से सभी शैक्षणिक संस्थाओं को 21 जनवरी तक बंद किया गया. स्थिति की समीक्षा के बाद फिर सरकार ने 6 फरवरी तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया. अब अगले कुछ दिनों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक होने वाली है. जिसमें कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा होगी और संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में स्कूलों को खोलने को लेकर फैसला हो सकता है.

इधर, प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन लगातार सरकार से स्कूलों को खोलने की मांग कर रहा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के शमाइल अहमद ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर 6 फरवरी के बाद स्कूल नहीं खुलते हैं तो वे आंदोलन करेंगे. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक 5 फरवरी को संभावित है और इसमें 6 फरवरी के बाद 8 या 10 फरवरी से प्राथमिक और माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों को बारी-बारी से खोलने पर फैसला हो सकता है.

दरअसल, कोरोना माहमारी में स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई का बेहद ज्यादा नुकसान हो चुका है. अगले कुछ दिनों में सभी कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा होने वाली है. ऐसे में बच्चों का पाठ्यक्रम पूरा करना स्कूलों के लिए और शिक्षकों के लिए भी मुश्किल टास्क होगा. सरकारी स्कूलों के प्राइमरी क्लास के बच्चों को लगातार तीसरे साल अगले क्लास में प्रमोट करने का फैसला भी सरकार कर सकती है.

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