पटना: महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए आम से लेकर खास सभी लोग हैंड सैनिटाइजर का यूज कर रहे हैं. इसके चलते मार्केट से हैंड सैनिटाइजर लापता नजर आ रहा है. लेकिन पटना बिहटा की कुछ ऐसी स्कूली छात्राएं हैं, जो घरेलू और वाष्पीकरण विधि से सैनिटाजर का निर्माण कर रही हैं. साथ ही सैनिटाइजर बनाकर लोगों को जागरूक भी कर रही हैं. छात्रा ने सैनिटाइजर तैयार कर गांव में वितरण भी किया.
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार देशभर में सतर्कता अभियान चला रही है. लोगों को लगातार जागरूक करते हुए एहतियातन के तौर पर सभी को घर में ही रह कर सैनिटाइजर और मास्क लगाने की आह्वान कर रही है. वहीं, राजधानी पटना से सटे बिहटा के दतियाना गांव निवासी पूर्व मुखिया मनोज सिंह की पुत्री आकांक्षा शर्मा सह वर्ग नौ की छात्रा और उनकी पोती सरोज कुमार उर्फ विश्वकर्मा सिंह की पुत्री राज नंदनी कुमारी सह वर्ग तीन की छात्रा ने घरेलू तरीके को अपना कर वाष्पीकरण विधि से सेनिटाइजर तैयार कर मुफ्त में वितरित कर गांव के लोगों को जागरूक कर रही है.
'आसानी से बना सकते हैं सैनिटाइजर'
छात्रा राजनंदनी और आकांक्षा का कहना है की घर पर हैंड सैनिटाइजर तैयार करने के लिए आपको बहुत ज्यादा सामग्री की जरूरत नहीं हैं. ये सारी चीजें गांव के जंगल में आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं. इसके लिए किसी को बहुत मेहनत नहीं करने की जरूरत नही है.
बनाने की विधि- एलोवेरा, गिलोय, कपूर, फिटकिरी, निम का पत्ता और उसका छाल, निम्बू और उसका पत्ती तुलसी का पत्ता को एक बर्तन में आवश्यकता अनुसार पानी डालकर उसे धीमी आंच पर करीब चार घंटे उबालें. उसके बाद एक स्टील के बर्तन में पतली रस्सी के सहारे उस अर्क से थोड़ा ऊपर रख कर ऊपर दें. फिर एक छोटे बर्तन में पानी डालकर उसके आसपास से निकलने वाली गैस की मुंह को मिट्टी से लेप लगाकर अच्छी तरह से बंद कर देते हैं. छात्रा का कहना है कि घर पर तैयार आयुर्वेदिक हैंड सैनेटाइजर बिना केमिकल वाला है. जो हमलोगों की हाथों की त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएगा.
खुश हुए अभिभावक
छात्रा के अभिभावक सरोज कुमार शर्मा ने बताया कि बच्चों द्वारा देसी तकनीक से बनाया जा रहा सैनिटाइजर जो गांव के लोगो के बीच और खुद भी उपयोग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने ने बताया कि हमलोगों को काफी खुशी मिल रही है कि जहां कोरोना को लेकर सरकार ने लॉक डाउन लागू कर दिया है और इस लॉक डाउन में गरीब परिवार या जो लोग घर पर हैं उन्हें बाहर जाने में डर लग है. जिससे अब उन लोगों को घर-घर जाकर ये सैनिटाइजर दिया जा रहा है.