पटनाः बिहार से राज्यसभा की 1 सीट पर शुक्रवार को बीजेपी की तरफ से सतीश चंद्र दुबे ने एनडीए उम्मीदवार के रुप में नामांकन दाखिल किया. बिहार विधानसभा के सचिव के कार्यालय में नामांकन की प्रक्रिया हुई. इसमें उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के साथ बिहार बीजेपी के कई वरीय नेता और मंत्री मौजूद रहे. वहीं, जदयू की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार शामिल हुए. हालांकि इस दौरान जदयू के शीर्ष नेता गायब रहे.
राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने का शुक्रवार अंतिम दिन था. जहां, बीजेपी प्रत्याशी सतीश चंद्र दुबे ने नामांकन दाखिल किया. इस नामांकन प्रक्रिया में जदयू के शीर्ष नेताओं सहित सीएम के आने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित वरीय नेता नदारद रहे.
नंदकिशोर यादव के आवास पर हुई बैठक
सतीश चंद्र दुबे की नामांकन को लेकर सुबह से ही विधानसभा परिसर में गहमागहमी थी. हालांकि कई बार समय बदला भी गया. नामांकन से पहले पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के आवास पर बैठक हुई. जिसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. इस बैठक में डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ उम्मीदवार सतीश चंद्र दुबे और प्रदेश अध्यक्ष भी पहुंचे.
बीजेपी कोटे से मंत्री समेत वरीय नेता रहे मौजूद
नामांकन के समय केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ बिहार बीजेपी के कई मंत्री, विधायक, विधान पार्षद और वरीय नेता मौजूद रहे. जदयू की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार पहुंचे थे. वहीं, सतीश चंद्र दुबे का निर्विरोध चुना जाना तय है. दरअसल, आरजेडी सांसद रामजेठमलानी के निधन के बाद खाली हुए सीट पर आरजेडी की तरफ से दावेदारी नहीं की गई है. जिससे बीजेपी उम्मीदवार का राज्यसभा जाना तय है.
सतीश चंद्र दुबे ने रेस में मारी थी बाजी
दरअसल खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए बीजेपी के पास संख्या बल की कमी है, लेकिन सहयोगी जदयू की मदद से उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित है. उम्मीदवारी के लिए लंबे समय से पार्टी में सतीश चंद्र दुबे, सम्राट चौधरी और देवेश कुमार के नाम पर मंथन का दौर चल रहा था. आखिरकार सतीश चंद्र दुबे के नाम पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुहर लगाई थी.