पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिट्टी में मिलाने का बयान के बाद से राजनीतिक गलियारे में खलबली मची है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शनिवार को भामा शाह की जंयती के मौके पर भाषण में इस तरह की बात कही थी, जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने स्रमाट चौधरी को बुद्धिहीन कहा. सीएम नीतीश कुमार का बयान सामने आने के बाद सम्राट चौधरी ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैंने सीएम नीतीश कुमार को मिट्टी में मिलाने के बात नहीं कही थी. उनसे मेरा कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. मैंने कहा कि राजनीतिक तौर पर आपको लोग मिट्टी में मिलाएंगे. सम्राट चौधरी रविवार को पटना में वीर कुंवर सिंह का विजय दिवस के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित किया.
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"हमने कल कहा था कि मिट्टी में मिला देंगे तो लोगों को तीखा लग गया. 2014 में नीतीश कुमार ने खुद कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाएंगे. फिर भी वे भाजपा के साथ गए, इसलिए हम वह मिट्टी खोज रहे हैं, जिस मिट्टी में नीतीश कुमार मिले. मैंने उन्हें राजनीतिक तौर पर मिट्टी में मिलाने की बात कही थी. मेरी उनसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है." -स्रमाट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
शब्द का अर्थ नहीं समझना दुर्भाग्यपूर्णः सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री का ‘राजनीतिक तौर पर’ के शब्द का अर्थ नहीं समझना दुर्भाग्यपूर्ण है. कभी भाजपा को खत्म कर देने का संकल्प लेने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. उनकी लड़ाई सिद्धांत व विचारधारा से है. अपने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा है कि सिद्धांत व नीतिविहीन राजनीति करने वाले नीतीश कुमार को ‘राजनीतिक तौर पर मिट्टी में मिलाने’ की बात कही थी. मगर मुख्यमंत्री उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर अपनी राजनीतिक हताशा व निराशा को दर्शा रहे हैं.
नीतीश कुमार खुद बोले थे मिट्टी में मिलने की बातः चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19 फरवरी, 2014 को कहा था कि 'रहे या मिट्टी में मिल जाए, अब भाजपा के साथ जाना संभव नहीं है’ यह अलग बात है कि अपनी पलटीमार राजनीति के तहत 2017 में एक बार फिर उन्होंने पलटी मारी और भाजपा के साथ आ गए. अब जब भाजपा के दरवाजे उनके लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इसकी घोषणा कर दी है तो अब यह बिलकुल स्पष्ट है कि भाजपा उन्हें किसी भी स्थिति में स्वीकार करने वाली नहीं है.
बिहार की जनता की नजरों से भी गिर चुके हैं नीतीश कुमारः कुर्सी की अवसरवादी राजनीति करने वाले नीतीश कुमार बिहार की जनता की नजरों से भी गिर चुके हैं. उनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है. किसी बयान को तोड़-मरोड़ कर के भी वे अब दुबारा बिहार की जनता का भरोसा हासिल नहीं कर सकते हैं. भाजपा उनसे राजनीतिक तौर पर लड़ रही है और पूरी मजबूती से आगे भी लड़ती रहेगी. बिहार की जनता का विश्वास भाजपा के साथ है. जनता के साथ विश्वासघात करने वाले नीतीश कुमार को भाजपा हर मोर्चे और मुद्दे पर बेनकाब करेगी और आने वाले चुनावों में बिहार के मतदाता उन्हें सबक सिखाएंगे.