पटनाः बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में पूरा विपक्ष वेल में था. लेकिन कार्यवाही चल रही थी इसको लेकर BJP के विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने सवाल उठाया है. कहा है कि पहली बार लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा देखा गया है जब पूरा विपक्ष वेल में हो और सदन की कार्रवाई सभापति चला रहे हो. उन्होंने कहा कि सभापति विपक्ष की बात को नहीं सुन रहे हैं.
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जहरीली शराब से मौत की संख्या बढ़ रही हैः सम्राट चौधरी ने कहा कि कहीं न कहीं सत्ता पक्ष के इशारे पर पूरे सदन को चलाया जा रहा है. छपरा में जहरीली शराब से मौत की संख्या बढ़ती चली जा रही है. हम लोग चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो और सरकार जवाब दें. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सदन में आकर शर्मसार करने वाली घटना की है. सरकार सदन में आकर मनमानी करती है और सभापति विपक्ष का नहीं सुनते हैं.
"जब पूरे विपक्षी सदस्य वेल में थे तो सत्ता पक्ष के सदस्य को भी मुख्यमंत्री ने खुद उकसाकर वेल में भेजने का काम किया है. यह घटना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है. विपक्ष को सदन में कोई तरजीह नहीं दी जा रही है. शराब कांड में नीतीश कुमार को जबाव देना होगा." सम्राट चौधरी, विपक्ष के नेता, बिहार विधान परिषद
बीजेपी जानबूझकर सदन बाधित कर रही हैः वहीं इस मामले में कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब से मौत हुई है. निश्चित तौर पर दुखद है, लेकिन जिस तरह से विपक्षी सदस्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांग रहे हैं यह कहीं से भी उचित नहीं है. बीजेपी जानबूझकर सदन की कार्यवाही को बाधित कर रही है. विपक्ष को कार्यवाही को बाधित नहीं करना चाहिए.
इस्तीफा का कोई प्रावधान नहींः प्रेमचंद्र ने कहा कि जब गुजरात के मोरबी में पुल गिरा था 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे. उस समय में क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तीफा दे दी. बीजेपी क्या कहना चाहती हैं कि अगर कोई भी घटना हो जाती है तो क्या मुख्यमंत्री को इस्तीफा देनी चाहिए. ऐसा कोई प्रावधान है, जब कुछ नहीं है तो फिर वह मुख्यमंत्री से इस्तीफा क्यों मांग रहे हैं. सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहे हैं.
"बिहार में शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू करने की जरूरत है. हम बार-बार कहते हैं कि अधिकारी ध्यान दें. कहीं भी लोग शराब को नहीं बनाएं. शराब तस्कर की गिरफ्तारी हो, यह मांग विपक्ष करेगा तो वाजिब होगा लेकिन मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहा है वह कहीं से भी जायज नहीं है." -प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस विधान पार्षद