पटना: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी बिहार में सक्रिय हो गए हैं. 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सपा ने पटना में आरजेडी कार्यालय के पास पोस्टर लगाया है. जिसमें लिखा है, 'राम को लाने वाले मौन क्यों हैं? पूछ रही हैं बेटिया.'
बेटियों को कब मिलेगा इंसाफ?: इस पोस्टर के जरिए सपा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. पोस्टर में साफ-साफ लिखा गया है कि राम को लाने वाले बेटियों को कब तक इंसाफ दिलाएंगे. पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर बनाई गई है और साथ ही प्रभु श्री राम की भी तस्वीर है. पोस्टर में सबसे ऊपर एक तरफ मुलायम सिंह यादव, शिपवपाल यादव और रामगोपाल यादव हैं तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव, डिंपल यादव और तेजप्रताप यादव की तस्वीर है.
बीएचयू छात्रा दुष्कर्म कांड पर बीजेपी को घेरा: समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर के माध्यम से मोदी सरकार से सवाल पूछा है कि बीएचयू में छात्राओं के साथ जो दुष्कर्म हुआ था, उसके आरोपी पर अभी तक कार्रवाई नहीं क्यों नहीं की जा रही है? उत्तर प्रदेश में बुलडोजर चलाने वाली सरकार दुष्कर्म के मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए है? सपा का आरोप है कि राम के नाम पर राजनीति करने वाली बीजेपी बेटियों और महिला सुरक्षा पर खामोश हो जाती है.
बिहार में सपा का जनाधार?: यूपी की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी सपा का बिहार में कोई मजबूत जनाधार नहीं है. 90 के दशक में कुछ सीटों पर स्थिति थोड़ी मजबूत भी थी लेकिन पिछले दो दशक से बेहद कमजोर स्थिति में है. इंडिया गठबंधन की सहयोगी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का आरजेडी अध्यक्ष से पारिवारिक संबंधों के कारण सपा पिछले कई चुनावों से दूर ही रहती है. उसका समर्थन राष्ट्रीय जनता को मिलता रहा है.
ये भी पढ़ें:
'अयोध्या में अपने ही लोगों से ब्लास्ट करवा देगी BJP', आरजेडी MLA का विवादित बयान
'मेरे साथ शास्त्रार्थ करें, मुझे उनसे ज्यादा ज्ञान', शंकराचार्य को RJD विधायक फतेह बहादुर की चुनौती
'भगवान राम पर सवाल उठाने वाले लोग आस्तिक नहीं हो सकते', शिक्षा मंत्री पर भड़के पूर्व मंत्री
राम मंदिर को लेकर नित्यानंद राय ने जतायी बड़ी आशंका, लालू-तेजस्वी पर गंभीर आरोप