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'pk और पवन वर्मा पर कार्रवाई न होना ये दर्शाता है कि ये लोग JDU के इशारे पर बोल रहे हैं'

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Published : Jan 22, 2020, 7:40 PM IST

बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा है कि पवन वर्मा और पीके की बयानबाजी से बहुत गलत संदेश जा रहा है. इससे गठबंधन के सेहत पर असर पड़ रहा है.

सच्चिदानंद राय
सच्चिदानंद राय

नई दिल्ली/पटना: जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और नेता पवन वर्मा इन दिनों बीजेपी के खिलाफ में बोल रहे हैं. वे पार्टी से लगातार अलग रूख अपना रहे हैं. इसपर बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जेडीयू का मतलब नीतीश कुमार है. अगर पार्टी के नेता बयान दे रहे हैं मतलब साफ है कि पार्टी के निर्देश पर ही काम हो रहा है.

बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा है कि पवन वर्मा और पीके की बयानबाजी से बहुत गलत संदेश जा रहा है. इससे गठबंधन के सेहत पर असर पड़ रहा है. नीतीश कुमार ने भी इसपर फिलहाल चुप्पी साध ली है. लेकिन, उन्हें अब कुछ बोलना चाहिए.

सच्चिदानंद राय का बयान

अमित शाह कर चुके हैं नीतीश की घोषणा
सच्चिदानंद राय ने कहा कि अमित शाह 3 बार बोल चुके हैं कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा. इसके बाद भी जदयू नेताओं की ओर से बयानबाजी होना बहुत ही गलत है. नीतीश कुमार की चुप्पी पर सच्चिदानंद राय ने कहा है कि कई बार चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है. अगर जेडीयू में कुछ हो रहा है तो मतलब नतीश कुमार हैं.

पवन वर्मा और पीके कर रहे बयानबाजी

हालांकि, सच्चिदानंद राय ने ये भी कहा कि इस बात की भी संभावना है कि पीके और पवन वर्मा दोनों नेता जेडीयू में अलग-थलग पड़े हैं इसलिए बयानबाजी कर रहे हैं ताकि उनपर कार्रवाई हो. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने सवाल उठाया है. वहीं, पीके ने ट्वीट के जरिए गृहमंत्री अमित शाह को एनआरसी लागू करने को लेकर चुनौती दी है.

  • This is the letter I have written to ⁦@NitishKumar⁩ today asking him how the JD(U) has formed an alliance with the BJP for the Delhi elections, given his own views on the BJP, and the massive national outrage against the divisive CAA-NPR-NRC scheme. pic.twitter.com/ErSynnuiYm

    — Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
पवन वर्मा ने सीएम को लिखा पत्र
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें दिल्ली में हुए गठबंधन पर पुनर्विचार करना चाहिए. पवन वर्मा ने अपनी चिट्ठी में गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए लिखा है कि जब सीएए, एनपीआर और एनआरीस को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है तो ऐसे समय में गठबंधन उचित नहीं है. उन्होंने सीएम से स्पष्टीकरण मांगा है.

ये भी पढ़ें: 'पीके और पवन वर्मा को कोई समस्या है तो उन्हें फोरम में बोलना चाहिए'- वशिष्ठ नारायण

पीके ने ट्वीट कर दी शाह को चुनौती
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि वह विरोध की परवाह नहीं करते तो सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी लागू करने पर आगे बढ़ें.

नई दिल्ली/पटना: जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और नेता पवन वर्मा इन दिनों बीजेपी के खिलाफ में बोल रहे हैं. वे पार्टी से लगातार अलग रूख अपना रहे हैं. इसपर बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जेडीयू का मतलब नीतीश कुमार है. अगर पार्टी के नेता बयान दे रहे हैं मतलब साफ है कि पार्टी के निर्देश पर ही काम हो रहा है.

बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा है कि पवन वर्मा और पीके की बयानबाजी से बहुत गलत संदेश जा रहा है. इससे गठबंधन के सेहत पर असर पड़ रहा है. नीतीश कुमार ने भी इसपर फिलहाल चुप्पी साध ली है. लेकिन, उन्हें अब कुछ बोलना चाहिए.

सच्चिदानंद राय का बयान

अमित शाह कर चुके हैं नीतीश की घोषणा
सच्चिदानंद राय ने कहा कि अमित शाह 3 बार बोल चुके हैं कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा. इसके बाद भी जदयू नेताओं की ओर से बयानबाजी होना बहुत ही गलत है. नीतीश कुमार की चुप्पी पर सच्चिदानंद राय ने कहा है कि कई बार चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है. अगर जेडीयू में कुछ हो रहा है तो मतलब नतीश कुमार हैं.

पवन वर्मा और पीके कर रहे बयानबाजी

हालांकि, सच्चिदानंद राय ने ये भी कहा कि इस बात की भी संभावना है कि पीके और पवन वर्मा दोनों नेता जेडीयू में अलग-थलग पड़े हैं इसलिए बयानबाजी कर रहे हैं ताकि उनपर कार्रवाई हो. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने सवाल उठाया है. वहीं, पीके ने ट्वीट के जरिए गृहमंत्री अमित शाह को एनआरसी लागू करने को लेकर चुनौती दी है.

  • This is the letter I have written to ⁦@NitishKumar⁩ today asking him how the JD(U) has formed an alliance with the BJP for the Delhi elections, given his own views on the BJP, and the massive national outrage against the divisive CAA-NPR-NRC scheme. pic.twitter.com/ErSynnuiYm

    — Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
पवन वर्मा ने सीएम को लिखा पत्र
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें दिल्ली में हुए गठबंधन पर पुनर्विचार करना चाहिए. पवन वर्मा ने अपनी चिट्ठी में गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए लिखा है कि जब सीएए, एनपीआर और एनआरीस को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है तो ऐसे समय में गठबंधन उचित नहीं है. उन्होंने सीएम से स्पष्टीकरण मांगा है.

ये भी पढ़ें: 'पीके और पवन वर्मा को कोई समस्या है तो उन्हें फोरम में बोलना चाहिए'- वशिष्ठ नारायण

पीके ने ट्वीट कर दी शाह को चुनौती
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि वह विरोध की परवाह नहीं करते तो सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी लागू करने पर आगे बढ़ें.

Intro:'PK, पवन वर्मा पर कार्रवाई न होना दर्शाता है कि यह लोग JDU के इशारे पर बोलते हैं, jdu का मतलब नीतीश है'

नयी दिल्ली- बिहार से बीजेपी के एमएलसी व वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद राय ने कहा कि जेडीयू की ओर से प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार बीजेपी के खिलाफ में बोल रहे हैं, लगातार CAA, NPR, NRC के खिलाफ बोल रहे हैं, इससे बहुत गलत संदेश जा रहा है, इससे गठबंधन के सेहत पर असर पड़ रहा है


Body:सच्चिदानंद राय ने कहा कि अमित शाह 3 बार बोल चुके हैं कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा और इसके बाद भी जदयू नेताओं के द्वारा बयान बाजी होना बहुत ही गलत है, जदयू की तरफ से पवन वर्मा, प्रशांत किशोर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, प्रशांत किशोर अभी भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और पवन वर्मा अभी भी राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं

सच्चिदानंद राय ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पवन वर्मा, प्रशांत किशोर के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, कई बार चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है, कहीं ऐसा तो नहीं कि जदयू के इशारे पर पवन वर्मा, प्रशांत किशोर बयान बाजी कर रहे हैं और हमारे नजर में तो जदयू का मतलब नीतीश कुमार हैं, एक चीज यह भी हो सकता है कि यह दोनों नेता जेडीयू में अलग-थलग पड़े हैं इसलिए बयानबाजी कर रहे हैं ताकि उनपर कार्रवाई हो लेकिन करवाई तो नहीं हो रही है




Conclusion:बता दें दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू के हुए गठबंधन पर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने सवाल उठाया है, उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि इस गठबंधन पर पुनर्विचार करें, पवन वर्मा ने अपनी चिट्ठी में गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए लिखा है कि जब CAA, NPR, NRC को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है तो ऐसे समय में गठबंधन उचित नहीं, पवन वर्मा ने नीतीश से बीजेपी, CAA, NPR, NRC पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है

वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट, एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं, प्रशांत किशोर ने ट्विटर के जरिए इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि वह विरोध की परवाह नहीं करते तो सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी लागू करने पर आगे बढ़े, प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया कि नागरिकों की असहमति को खारिज करना किसी भी सरकार की ताकत को नहीं दर्शाता है, अमित शाह जी अगर आप CAA, NRC का विरोध करने वालों की फिक्र नहीं करते हैं तो फिर आप इस कानून पर आगे क्यों नहीं बढ़ते हैं? आप कानून को उसी तरह लागू करें जैसे कि आपने देश को इसकी क्रोनोलॉजी समझाई थी
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