नई दिल्ली/पटना: जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और नेता पवन वर्मा इन दिनों बीजेपी के खिलाफ में बोल रहे हैं. वे पार्टी से लगातार अलग रूख अपना रहे हैं. इसपर बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जेडीयू का मतलब नीतीश कुमार है. अगर पार्टी के नेता बयान दे रहे हैं मतलब साफ है कि पार्टी के निर्देश पर ही काम हो रहा है.
बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा है कि पवन वर्मा और पीके की बयानबाजी से बहुत गलत संदेश जा रहा है. इससे गठबंधन के सेहत पर असर पड़ रहा है. नीतीश कुमार ने भी इसपर फिलहाल चुप्पी साध ली है. लेकिन, उन्हें अब कुछ बोलना चाहिए.
अमित शाह कर चुके हैं नीतीश की घोषणा
सच्चिदानंद राय ने कहा कि अमित शाह 3 बार बोल चुके हैं कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा. इसके बाद भी जदयू नेताओं की ओर से बयानबाजी होना बहुत ही गलत है. नीतीश कुमार की चुप्पी पर सच्चिदानंद राय ने कहा है कि कई बार चुप्पी भी बहुत कुछ कहती है. अगर जेडीयू में कुछ हो रहा है तो मतलब नतीश कुमार हैं.
पवन वर्मा और पीके कर रहे बयानबाजी
हालांकि, सच्चिदानंद राय ने ये भी कहा कि इस बात की भी संभावना है कि पीके और पवन वर्मा दोनों नेता जेडीयू में अलग-थलग पड़े हैं इसलिए बयानबाजी कर रहे हैं ताकि उनपर कार्रवाई हो. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने सवाल उठाया है. वहीं, पीके ने ट्वीट के जरिए गृहमंत्री अमित शाह को एनआरसी लागू करने को लेकर चुनौती दी है.
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This is the letter I have written to @NitishKumar today asking him how the JD(U) has formed an alliance with the BJP for the Delhi elections, given his own views on the BJP, and the massive national outrage against the divisive CAA-NPR-NRC scheme. pic.twitter.com/ErSynnuiYm
— Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020This is the letter I have written to @NitishKumar today asking him how the JD(U) has formed an alliance with the BJP for the Delhi elections, given his own views on the BJP, and the massive national outrage against the divisive CAA-NPR-NRC scheme. pic.twitter.com/ErSynnuiYm
— Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020
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Being dismissive of citizens’ dissent couldn’t be the sign of strength of any Govt. @amitshah Ji, if you don’t care for those protesting against #CAA_NRC, why don’t you go ahead and try implementing the CAA & NRC in the chronology that you so audaciously announced to the nation!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 22, 2020
पीके ने ट्वीट कर दी शाह को चुनौती
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि वह विरोध की परवाह नहीं करते तो सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी लागू करने पर आगे बढ़ें.