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'पूरा परिवार लौट रहा था गांव, सिर्फ 2 जिंदा बचे' दिल्ली भगदड़ में उजड़ गया राजकुमार का घर - DELHI STAMPEDE

नवादा के राजकुमार के लिए दिल्ली भगदड़ की घटना काल बन गयी. पूरा परिवार गांव लौट रहे थे, लेकिन सिर्फ दो लोग जिंदा बचे हैं.

New Delhi Station Stampede
दिल्ली भगदड़ में नवादा के दो की मौत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 17, 2025, 7:18 AM IST

Updated : Feb 17, 2025, 7:33 AM IST

नवादा: रविवार को सूर्योदय भी नहीं हुआ था कि नवादा के पटवासराय गांव चीत्कार से दहल उठा. राजकुमार मांझी के घर से रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे तो पता चला कि राजकुमार मांझी की पत्नी और बेटी की दिल्ली भगदड़ में मौत हो गयी. इस घटना से सभी हतप्रद थे. कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए? किसी तरह परिजन को संभाला गया.

हरियाणा से गांव लौट रहे थे राजकुमार: पड़ोसी बताते हैं कि राजकुमार मांझी चार महीने पहले ही पूरे परिवार के साथ हरियाणा में ईंट भट्ठा में काम करने के लिए गए थे. गांव में जॉब कार्ड बन रहा था, इसलिए पूरा परिवार अपने गांव आने के लिए ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली आए थे.

दिल्ली भगदड़ में नवादा के दो की मौत (ETV Bharat)

अब बस शव आने का इंतजार: शनिवार की रात भगदड़ में इनकी पत्नी शांति देवी(35) और बेटी पूजा कुमारी(6) की मौत हो गयी. बेटा रविनाश कुमार को किसी तरह भीड़ से बचाया गया. मृतका की गोतनी कलिया देवी बताती हैं कि "मेरे पास तो मोबाइल भी नहीं है जो घटना की जानकारी मिलती. हाल चाल भी नहीं पूछ सकती है. अब शव आने का इंतजार हो रहा है."

"चार महीने पहले ये लोग हरियाणा गए थे. पूरा परिवार गांल लौट रहे थे. इसी दौरान दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में पत्नी और बेटी की मौत हो गयी. बेटा और खुद सुरक्षित हैं. सुबह में जब रोने की आवाज आयी तो पता चला कि हादसा हो गया है." -देवरात पासवान, पड़ोसी

चेहरे से झलक रहा खौफ: दिल्ली स्टेशन से एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजकुमार मांझी घटना के बारे में जानकारी दे रहे हैं. उनके चेहरे पर परिवार खोने का दर्द साफ झलक रहा है. उन्होंने कहा कि "भगदड़ में मेरी बेटी और पत्नी की मौत हो गयी. बेटा तो उनका खो गया, लेकिन किसी ने भीड़ से उसे बचा लिया. शायद वह जिंदा हो."

एक-दूसरे पर चढ़ गए लोग: भगदड़ को लेकर कहा कि "भीड़ काफी थी. लगभग 7:10 बजे शाम में ट्रेन आने वाली थी. 7 नंबर प्लेटफार्म पर जाना था. भीड़ इतनी थी कि प्लेटफार्म तक पहुंचने में आधा घंटा लग गया. इसी भीच भगदड़ मच गयी और सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए."

6 महीने से शोक में है परिवार: पड़ोसी बताते हैं कि राजकुमार मांझी का परिवार पिछले 6 महीनों से शोक में डूबा है. अगस्त 2024 में पिता का निधन हो गया. अक्टूबर में आकर मां का निधन हो गया और इस हादसे में उन्होंने पत्नी और बेटी को खो दिया. घर की हालत काफी दयनीय है. राजकुमार किसी तरह अपना परिवार चलाता है. इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया.

बिहार के 9 लोगों की मौत: शनिवार की शाम नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ मची. काफी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए आए थे. इस भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गयी जिसमें बिहार के 9 लोगों की मौत हुई. दिल्ली भगदड़ में नवादा के दो की मौत हुई.

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नवादा: रविवार को सूर्योदय भी नहीं हुआ था कि नवादा के पटवासराय गांव चीत्कार से दहल उठा. राजकुमार मांझी के घर से रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे तो पता चला कि राजकुमार मांझी की पत्नी और बेटी की दिल्ली भगदड़ में मौत हो गयी. इस घटना से सभी हतप्रद थे. कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए? किसी तरह परिजन को संभाला गया.

हरियाणा से गांव लौट रहे थे राजकुमार: पड़ोसी बताते हैं कि राजकुमार मांझी चार महीने पहले ही पूरे परिवार के साथ हरियाणा में ईंट भट्ठा में काम करने के लिए गए थे. गांव में जॉब कार्ड बन रहा था, इसलिए पूरा परिवार अपने गांव आने के लिए ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली आए थे.

दिल्ली भगदड़ में नवादा के दो की मौत (ETV Bharat)

अब बस शव आने का इंतजार: शनिवार की रात भगदड़ में इनकी पत्नी शांति देवी(35) और बेटी पूजा कुमारी(6) की मौत हो गयी. बेटा रविनाश कुमार को किसी तरह भीड़ से बचाया गया. मृतका की गोतनी कलिया देवी बताती हैं कि "मेरे पास तो मोबाइल भी नहीं है जो घटना की जानकारी मिलती. हाल चाल भी नहीं पूछ सकती है. अब शव आने का इंतजार हो रहा है."

"चार महीने पहले ये लोग हरियाणा गए थे. पूरा परिवार गांल लौट रहे थे. इसी दौरान दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में पत्नी और बेटी की मौत हो गयी. बेटा और खुद सुरक्षित हैं. सुबह में जब रोने की आवाज आयी तो पता चला कि हादसा हो गया है." -देवरात पासवान, पड़ोसी

चेहरे से झलक रहा खौफ: दिल्ली स्टेशन से एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजकुमार मांझी घटना के बारे में जानकारी दे रहे हैं. उनके चेहरे पर परिवार खोने का दर्द साफ झलक रहा है. उन्होंने कहा कि "भगदड़ में मेरी बेटी और पत्नी की मौत हो गयी. बेटा तो उनका खो गया, लेकिन किसी ने भीड़ से उसे बचा लिया. शायद वह जिंदा हो."

एक-दूसरे पर चढ़ गए लोग: भगदड़ को लेकर कहा कि "भीड़ काफी थी. लगभग 7:10 बजे शाम में ट्रेन आने वाली थी. 7 नंबर प्लेटफार्म पर जाना था. भीड़ इतनी थी कि प्लेटफार्म तक पहुंचने में आधा घंटा लग गया. इसी भीच भगदड़ मच गयी और सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए."

6 महीने से शोक में है परिवार: पड़ोसी बताते हैं कि राजकुमार मांझी का परिवार पिछले 6 महीनों से शोक में डूबा है. अगस्त 2024 में पिता का निधन हो गया. अक्टूबर में आकर मां का निधन हो गया और इस हादसे में उन्होंने पत्नी और बेटी को खो दिया. घर की हालत काफी दयनीय है. राजकुमार किसी तरह अपना परिवार चलाता है. इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया.

बिहार के 9 लोगों की मौत: शनिवार की शाम नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ मची. काफी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए आए थे. इस भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गयी जिसमें बिहार के 9 लोगों की मौत हुई. दिल्ली भगदड़ में नवादा के दो की मौत हुई.

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Last Updated : Feb 17, 2025, 7:33 AM IST
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