ETV Bharat / state

रूपेश हत्याकांड: 2 सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हर मामले में जांच जारी

author img

By

Published : Jan 27, 2021, 6:37 AM IST

रूपेश हत्याकांड मामले को लगभग 15 दिन हो चुके है. लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. पटना पुलिस गुजरात के एक ठेकेदार को पकड़कर लाई है और कई जगहों पर छापेमारी कर रही है.

रूपेश हत्याकांड
रूपेश हत्याकांड

पटना: बिहार की राजधानी पटना में हुए चर्चित रूपेश हत्याकांड मामले को दो सप्ताह बीत चुका है. लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. इस हत्याकांड मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस हत्याकांड मामले में एसआईटी से लेकर सीआईडी की टीम जांच करने में जुटी हुई है. लेकिन शातिर शूटर की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है.

इस मामले की तहकीकात कर रही एसआईटी ने पटना, गोपालगंज और छपरा में छापेमारी की है. इसके साथ ही रूपेश के सहकर्मियों से पूछताछ की है. हालांकि एसआईटी की एक टीम इंडिगो के कर्मचारियों से पटना एयरपोर्ट पर पूछताछ की है. इस बीच इंडियन ऑयल श्रमिक संघ ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार और डीजीपी को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है.

सूरत से लाए गए ठेकेदार और बिल्डर से पूछताछ
इस हत्याकांड में एक नया मोड़ भी देखने को मिला. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस गुजरात के सूरत से एक ठेकेदार को पकड़कर पटना लाई है. इसके साथ ही पटना के एक बिल्डर से भी पूछताछ की जा रही है. वहीं एसआईटी ने झारखंड में भी छापेमारी की है. हालांकि डीजीपी ने इस मामले को लेकर यह जानकारी जरूर दी थी कि अभी तक की जांच में एयरपोर्ट पार्किंग विवाद में हत्या की संभावनाएं बन रही है.

झारखंड में की गई छापेमारी
रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की मानें तो एसआईटी एसटीएफ की टीम राजधानी पटना समेत अन्य जिलों और अन्य राज्यों में शूटरों की तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस हत्याकांड से जुड़े कुछ साक्ष्य पुलिस को मिले हैं. जिसके आधार पर एसआईटी के माध्यम से झारखंड में भी छापेमारी की गई है. लेकिन अब तक रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में एक भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

बाइक का नंबर निकला फर्जी
पुलिस के सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर पुलिस को अपराधी का लोकेशन झारखंड में मिला है. जिसके आधार पर झारखंड के कई जिलों में एसटीएफ और एसआईटी की टीम छापेमारी कर रही है. पुलिस के माध्यम से विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है. सीसीटीवी के आधार पर शूटरों की तस्वीर से अपराधियों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है. हालांकि सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से जिस बाइक के अपराधी इस घटना को अंजाम दिए थे उस बाइक का नंबर फर्जी निकला है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस घटनाक्रम से मिले साक्ष्य के आधार पर विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस के माध्यम से फिजिकल और स्पेशल के माध्यम से अपराधी की खोजबीन की जा रही है.

इसे भी पढ़ें: पूर्व IPS ने की रूपेश हत्याकांड की जांच CBI से कराने की मांग

बिहार के बाहर के हो सकते है शूटर्स
पुलिस को आशंका है कि इस घटना को अंजाम देने वाले शूटर्स बिहार के बाहर के है. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने विगत दिनों पहले मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि रूपेश सिंह का हत्या पार्किंग विवाद में हुआ था. सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस जिस शूटर्स को ढूंढने की कोशिश कर रही है क्यों नहीं पार्किंग विवाद से जुड़े लोग यह पार्किंग के ठेकेदार से पूछताछ कर रही है.

कुछ मामले काफी पेचीदा होते हैं. जिससे सॉल्व कर पाना मुमकिन नहीं होता है. सीबीआई भी कई मामलों को अब तक सॉल्व नहीं कर पाई है. -एसके सिंघल, डीजीपी

अपराधी प्रवृति का है ठेकेदार
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर एक ठेकेदार की बात सामने आ रही थी. पुलिस ठेकेदार को पकड़कर लाई है. यह ठेकेदार अपराधी प्रवृति का बताया जा रहा है.

कई कुख्यातों से पूछताछ
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर पटना पुलिस के साथ एसआईटी की टीम ने पूर्वांचल से लेकर बिहार के कई जिलों के साथ-साथ पटना के बेउर जेल में बंद सैकड़ो कुख्यातों से पूछताछ की. लेकिन इसके बावजूद भी इस हत्याकांड मामले में पुलिस के हाथ हत्याकांड के 14 दिन बाद भी खाली नजर आ रही है. तो आखिरकर यहां सवाल यह उठ रहा है कि इस हाई प्रोफाइल मर्डर को पुलिस कब तक सुलझा पाती है.

इसे भी पढ़ें: रूपेश के परिजनों से मिले तेजस्वी, पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई हत्याकांड की गुत्थी

सीबीआई से जांच कराने की मांग
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर पूर्व आईपीएस ने सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.

"रूपेश सिंह हत्याकांड कई नामचीन लोगों का नाम आ रहा है. ऐसे में निष्पक्ष जांच के लिए बिहार सरकार को पूरे मामले को सीबीआई को सौंप देना चाहिए. अमिताभ कुमार दास ने डीजीपी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है"- अमिताभ कुमार दास, पूर्व आईपीएस

भाजपा सांसद ने भी की थी मांग
रूपेश सिंह हत्याकांड पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. अब तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. भाजपा के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर के बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने भी पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.

डिप्टी सीएम ने बिहार पुलिस का किया बचाव
डिप्टी सीएम ने जिले के जक्कनपुर थाना क्षेत्र की घटना और रूपेश हत्याकांड में बिहार पुलिस की बचाव किया. वहीं उन्होंने कहा कि मीडिया को सरकार के अच्छे काम के लिए शाबाशी देनी चाहिए.

'हत्या कौन करता है, क्या करता है. लेकिन जब करता है तो तुरंत पकड़ा जाता है. दो से तीन दिन में पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती है. बिहार की पुलिस काफी सक्रिय है. अगर कोई भी कांड करता है तो उसके बचने की गुंजाइश नहीं है. अपराधी आकाश या पाताल में हो उसे पकड़कर सजा दिलायी जाएगी.' -रेणु देवी, डीप्टी सीएम बिहार.

पटना: बिहार की राजधानी पटना में हुए चर्चित रूपेश हत्याकांड मामले को दो सप्ताह बीत चुका है. लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. इस हत्याकांड मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस हत्याकांड मामले में एसआईटी से लेकर सीआईडी की टीम जांच करने में जुटी हुई है. लेकिन शातिर शूटर की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है.

इस मामले की तहकीकात कर रही एसआईटी ने पटना, गोपालगंज और छपरा में छापेमारी की है. इसके साथ ही रूपेश के सहकर्मियों से पूछताछ की है. हालांकि एसआईटी की एक टीम इंडिगो के कर्मचारियों से पटना एयरपोर्ट पर पूछताछ की है. इस बीच इंडियन ऑयल श्रमिक संघ ने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार और डीजीपी को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है.

सूरत से लाए गए ठेकेदार और बिल्डर से पूछताछ
इस हत्याकांड में एक नया मोड़ भी देखने को मिला. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस गुजरात के सूरत से एक ठेकेदार को पकड़कर पटना लाई है. इसके साथ ही पटना के एक बिल्डर से भी पूछताछ की जा रही है. वहीं एसआईटी ने झारखंड में भी छापेमारी की है. हालांकि डीजीपी ने इस मामले को लेकर यह जानकारी जरूर दी थी कि अभी तक की जांच में एयरपोर्ट पार्किंग विवाद में हत्या की संभावनाएं बन रही है.

झारखंड में की गई छापेमारी
रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की मानें तो एसआईटी एसटीएफ की टीम राजधानी पटना समेत अन्य जिलों और अन्य राज्यों में शूटरों की तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस हत्याकांड से जुड़े कुछ साक्ष्य पुलिस को मिले हैं. जिसके आधार पर एसआईटी के माध्यम से झारखंड में भी छापेमारी की गई है. लेकिन अब तक रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में एक भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

बाइक का नंबर निकला फर्जी
पुलिस के सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर पुलिस को अपराधी का लोकेशन झारखंड में मिला है. जिसके आधार पर झारखंड के कई जिलों में एसटीएफ और एसआईटी की टीम छापेमारी कर रही है. पुलिस के माध्यम से विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है. सीसीटीवी के आधार पर शूटरों की तस्वीर से अपराधियों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है. हालांकि सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से जिस बाइक के अपराधी इस घटना को अंजाम दिए थे उस बाइक का नंबर फर्जी निकला है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस घटनाक्रम से मिले साक्ष्य के आधार पर विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस के माध्यम से फिजिकल और स्पेशल के माध्यम से अपराधी की खोजबीन की जा रही है.

इसे भी पढ़ें: पूर्व IPS ने की रूपेश हत्याकांड की जांच CBI से कराने की मांग

बिहार के बाहर के हो सकते है शूटर्स
पुलिस को आशंका है कि इस घटना को अंजाम देने वाले शूटर्स बिहार के बाहर के है. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने विगत दिनों पहले मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि रूपेश सिंह का हत्या पार्किंग विवाद में हुआ था. सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस जिस शूटर्स को ढूंढने की कोशिश कर रही है क्यों नहीं पार्किंग विवाद से जुड़े लोग यह पार्किंग के ठेकेदार से पूछताछ कर रही है.

कुछ मामले काफी पेचीदा होते हैं. जिससे सॉल्व कर पाना मुमकिन नहीं होता है. सीबीआई भी कई मामलों को अब तक सॉल्व नहीं कर पाई है. -एसके सिंघल, डीजीपी

अपराधी प्रवृति का है ठेकेदार
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर एक ठेकेदार की बात सामने आ रही थी. पुलिस ठेकेदार को पकड़कर लाई है. यह ठेकेदार अपराधी प्रवृति का बताया जा रहा है.

कई कुख्यातों से पूछताछ
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर पटना पुलिस के साथ एसआईटी की टीम ने पूर्वांचल से लेकर बिहार के कई जिलों के साथ-साथ पटना के बेउर जेल में बंद सैकड़ो कुख्यातों से पूछताछ की. लेकिन इसके बावजूद भी इस हत्याकांड मामले में पुलिस के हाथ हत्याकांड के 14 दिन बाद भी खाली नजर आ रही है. तो आखिरकर यहां सवाल यह उठ रहा है कि इस हाई प्रोफाइल मर्डर को पुलिस कब तक सुलझा पाती है.

इसे भी पढ़ें: रूपेश के परिजनों से मिले तेजस्वी, पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई हत्याकांड की गुत्थी

सीबीआई से जांच कराने की मांग
रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर पूर्व आईपीएस ने सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.

"रूपेश सिंह हत्याकांड कई नामचीन लोगों का नाम आ रहा है. ऐसे में निष्पक्ष जांच के लिए बिहार सरकार को पूरे मामले को सीबीआई को सौंप देना चाहिए. अमिताभ कुमार दास ने डीजीपी को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है"- अमिताभ कुमार दास, पूर्व आईपीएस

भाजपा सांसद ने भी की थी मांग
रूपेश सिंह हत्याकांड पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. अब तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. भाजपा के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर के बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने भी पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.

डिप्टी सीएम ने बिहार पुलिस का किया बचाव
डिप्टी सीएम ने जिले के जक्कनपुर थाना क्षेत्र की घटना और रूपेश हत्याकांड में बिहार पुलिस की बचाव किया. वहीं उन्होंने कहा कि मीडिया को सरकार के अच्छे काम के लिए शाबाशी देनी चाहिए.

'हत्या कौन करता है, क्या करता है. लेकिन जब करता है तो तुरंत पकड़ा जाता है. दो से तीन दिन में पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती है. बिहार की पुलिस काफी सक्रिय है. अगर कोई भी कांड करता है तो उसके बचने की गुंजाइश नहीं है. अपराधी आकाश या पाताल में हो उसे पकड़कर सजा दिलायी जाएगी.' -रेणु देवी, डीप्टी सीएम बिहार.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.