पटनासिटीः नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों की स्तिथि काफी गम्भीर बन चुकी है. आक्रोशित परिजनों ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य द्वार पर जमकर हंगामा किया. वहीं, खबर ये भी है कि पीएमसीएच में ईलाज के अभाव में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है.
हड़ताल से परेशान मरिजों ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर की गाड़ी में तोड़-फोड़ कर सड़क पर ईट और पत्थरों की बौछार कर दी. डॉक्टरों की इस हड़ताल से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है, जिसका खमियाजा इस डॉक्टर साहब की गाड़ी को भोगना पड़ा. इलाज के बगैर मरीजों को अस्पताल से लौटाया जा रहा है. लेकिन अधीक्षक साहब अस्पताल में ईलाज होने की बात कर रहे हैं.
अधीक्षक का क्या है कहना
इस सिलसिले में जब अधीक्षक डॉ चंदशेखर प्रसाद पूछा गया कि मरीजों की मौत हो रही है. तो इस पर उन्होंने जानकारी लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि लागतार जूनियर डॉक्टरों से बात चल रही है. कोई ना कोई रास्ता निकाला जाएगा.
डीएमसीएच में भी मरीज परेशान
उधर, डीएमसीएच में पीजी एवं यूजी छात्रों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है. दूर-दराज से लेकर इंडोर मरीज को काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है. हड़ताल के दूसरे दिन भी आपातकालीन विभाग से काफी संख्या में गंभीर मरीज को बिना इलाज के ही लौटना पड़ा. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, गायनिक विभाग की ओटी में ऑपरेशन का खाता भी नहीं खुल सका.
जेडीए के अध्यक्ष डॉ अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि मांगों के समर्थन में हम लोग पिछले 24 घंटे से सभी सेवाओं को ठप कर चुके हैं. हम लोग की चार सूत्री मांग है जिसमें बिहार राज्य कोटा की सीटों पर एम्स के छात्रों के का नामांकन पर रोक लगाने समेत कई अन्य अहम मांगे शामिल हैं.