वैशाली: बिहार के वैशाली में नवजात की अदला बदली का एक अजीब वाकया (exchange of newborn baby in vaishali ) सामने आया. सदर अस्पताल हाजीपुर के नवजात शिशु चिकित्सा इकाई में भर्ती एक बच्चे को लेने जब उसके परिजन पहुंचे, तो पता चला कि पहले ही कोई उस बच्चे को लेकर चला गया है. परिजनों ने बताया कि उनके बच्चे के बदले किसी और का बच्चा उन्हें दिया जा रहा है. परिजनों ने कहा कि हमारा बच्चा बेटा था, उसके बदले बेटी दी जा रही है. इस बात को लेकर परिजन बुरी तरह भड़क गए और अस्पताल में हंगामा करने लगे. सदर अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा कि दोनों माताओं के एक जैसे नाम होने के कारण ऐसी चूक हुई है. दूसरे परिवार वाले इनके बेटे को लेकर आ रहे हैं. मामले की जांच का आदेश दिया गया है, किस स्तर पर चूक हुई और कौन कर्मी दोषी है, उस पर कार्रवाई की जाएगी.
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परिजनों ने किया हंगामाः हाजीपुर सदर अस्पताल में नवजात बच्चे की अदला-बदली को लेकर भारी हंगामा हुआ. सदर अस्पताल के नवजात शिशु चिकित्सा इकाई की गड़बड़ी से बच्चे की अदला-बदली की बात सामने आई है. अस्पतालकर्मियों ने बताया कि प्रियंका कुमारी नाम की दो महिलाओं के बच्चे को नवजात शिशु चिकित्सा इकाई में स्वास्थ्य लाभ के लिए रखा गया था. दोनों माताओं का नाम एक होने के कारण भूलवश चिकित्साकर्मी से बच्चे की अदला-बदली हो गई.
बच्चा बदलने का लगाया आरोपः बच्चे की अदला-बदली के बाद सदर अस्पताल में बखेड़ा खड़ा हो गया. एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर बच्चा बदलवाने का आरोप लगा कर हंगामा शुरू कर दिया. बच्चा बदलने की बात सामने आते ही बड़ी संख्या में लोगो की भीड़ जमा हो गई. हंगामे की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. एसके वर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत किया. एक पक्ष की परिजन पिंकी देवी ने बताया कि जब हमनें दूध पिलाने के लिए बच्चा मांगा तो बताया गया कि बच्चा नीतू ले गई है. इसपर मैंने कहा कि नीतू नाम का कोई मेरे परिवार में नहीं है तो हमको भगाने लगी. इसके बाद हम हल्ला किए और अपने अन्य परिजनों को बुलाए. अब बोल रहा है कि गलतफहमी में बच्चा बदल गया. उनका बेटी है और मेरा बेटा है तो कैसे गलतफहमी में बदला गया.
" दूध पिलाने के लिए जब सिस्टर से बच्चा मांगे तो सिस्टर ने पूछा कि क्या नाम है. मैंने बताया प्रियंका, तो उन्होंने कहा कि नाम काट दिया गया है. बोला गया कि बच्चा नीतू ले गई है, तो हम बोले कि नीतू नाम का कोई मेरे परिवार में नहीं है. इस पर वो हमको भगाने लगी. उसके बाद हम हल्ला किए हैं और सब को फोन करके बुलाएं. अब यह लोग बोल रहा है कि गलतफहमी में बच्चा बदला गया है. उनका बेटी है और मेरा बेटा है तो कैसे गलतफहमी में बदला गया. जब तक बच्चा नहीं मिलेगा यहां से नहीं जाएंगे" - पिंकी देवी, परिजन
दोनों महिलाओं का एक ही नाम होने से हुई चूकः डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि बिदुपुर थाना क्षेत्र के दुगोली गांव के रहने वाले दीपक ठाकुर की पत्नी प्रियंका कुमारी ने देर रात एक बच्चे को जन्म दिया था. वह लड़का था. उसको इलाज के लिए नवजात शिशु चिकित्सा इकाई में रखा गया था. वहां पहले से एक अन्य महिला की बच्ची का भी इलाज चल रहा था, उस महिला का नाम भी प्रियंका कुमारी ही था. दोनों माताओं का नाम प्रियंका होने से अस्पतालकर्मी ने गलती से बच्चों की अदला बदली कर दी. जिस प्रियंका को बेटी हुई थी वह दूसरे प्रियंका का बेटा लेकर चली गई.
" दोनों माताओं का नाम एक जैसा होने से भूल बस बच्चे की अदला बदली हो गई थी, जिसके कारण अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया था. जिस माता को दूसरे का बच्चा दिया गया था, उनसे संपर्क कर बच्चे को वापस लाने के लिए कहा गया है. वह बच्चे को वापस लेकर सदर अस्पताल आने के लिए तैयार हो गई हैं. वहीं इस मामले में जांच का आदेश दिया गया है. जिस कर्मी के वजह से यह गड़बड़ी हुई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी''- डॉ. एसके वर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन हाजीपुर सदर अस्पताल
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