पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने अधिक से अधिक लोगों का टेस्ट कराने का लक्ष्य रखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश दिया कि लोगों का अधिक से अधिक RT-PCR जांच किया जाए. ऐसे में जांच के लिए अचानक से लोड बढ़ गया. इसका नतीजा यह हुआ कि एक हफ्ते से राजधानी पटना में आरटी पीसीआर की जांच रिपोर्ट पेंडिंग पड़ी हुई है.
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बढ़ गया है बैकलॉग
आरएमआरआई संस्था में आरटी पीसीआर जांच का बैकलॉग काफी ज्यादा बढ़ गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां बैकलॉग 5500 से अधिक है. 1 अप्रैल तक का कलेक्ट किए गए सैंपल का रिपोर्ट आ चुका है. मगर 2 अप्रैल और उसके बाद के सैंपल की रिपोर्ट अब तक नहीं आयी है. आरएमआरआई सेंटर पर आरटी पीसीआर जांच का लोड बढ़ जाने की वजह से पिछले दिनों 2 दिन ऐसा हुआ कि एक भी सैंपल आरएमआरआई नहीं भेजा गया.
बनाए गए हैं केयर सेंटर
कोरोना टेस्ट रिपोर्ट में तीन-चार दिन से अधिक समय लगने के कारण लोग काफी नाराज हैं. लोग स्वास्थ्य विभाग के दावे को हवा हवाई बता रहे हैं. कोरोना जांच केंद्रों पर जांच रिपोर्ट लेने आने वाले लोगों की प्रतिदिन भीड़ उमड़ रही है. कई बार भीड़ उग्र होकर हिंसक रूप ले रही है. राजधानी पटना के इनकम टैक्स चौराहा स्थित होटल पाटलिपुत्र अशोका में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोविड-19 केयर सेंटर बनाया गया है. इसके साथ ही यहां कोरोना जांच और वैक्सीनेशन की भी सुविधा है.
लोगों ने कर दी पत्थरबाजी
पटना के कई कोरोना जांच केंद्रों के रिपोर्ट भी होटल अशोका में बने काउंटर से ही प्राप्त हो रहे हैं. ऐसे में कई लोग ऐसे हैं जो लगातार 3 से 4 दिनों से होटल अशोक का चक्कर लगा रहे हैं और बिना आरटी पीसीआर रिपोर्ट लिए हुए वापस लौट रहे हैं. शुक्रवार के दिन भी होटल अशोका में यही नजर आ रहा है. दिन के 2:30 बजे जांच रिपोर्ट लेने आए लोगों की भीड़ ने उग्र रूप अख्तियार कर लिया. रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पत्थरबाजी कर दी. इस पत्थरबाजी में कोरोना जांच के रजिस्ट्रेशन काउंटर की कांच टूट गई. पत्थर अंदर चले जाने के कारण कुछ स्वास्थ्य कर्मियों को हल्की चोटें भी आई. ऐसी स्थिति होने पर स्वास्थ्य कर्मी तुरंत जांच बंद कर होटल अशोका से निकल गए.
'एक सप्ताह हो गया है. कोरोना जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आयी है. प्रतिदिन जांच रिपोर्ट लेने के लिए आ रहा हूं. शुक्रवार के दिन पाटलिपुत्र अशोक का काउंटर ही बंद है. जांच रिपोर्ट आज भी नहीं मिलेगा. मोबाइल पर भी अब तक कोई मैसेज नहीं आया है. जिस कारण मैं निश्चिंत हो सकूं कि थोड़ी देर से ही सही मगर रिपोर्ट आ जाएगी. जब सैंपल दिया तब रजिस्ट्रेशन काउंटर पर उनका मोबाइल नंबर नोट हुआ था. मगर पहले जैसे सैंपल कलेक्ट होने के बाद मैसेज आ जाता था, उस प्रकार से इस बार कोई मैसेज नहीं आया है. यहां घोर लापरवाही देखने को मिल रही है. जांच केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो नहीं किया जा रहा है. सुरक्षाकर्मी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. सरकार और स्वास्थ्य विभाग को यह प्रयास करना चाहिए कि कोरोना का जांच रिपोर्ट कम से कम 24 से 48 घंटे के बीच दे दिया जाए.' -प्रेम कुमार, स्थानीय
'पटना जिला सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से यह समस्या आ रही है कि लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं आ रही है. इस वजह से लोग नाराज हैं. आरएमआरआई संस्था जहां सैंपल जांच के लिए भेजा जाता है, वहां सर्वर में कुछ दिक्कत आ गई थी. यह जानकारी वहां के ऑपरेटर द्वारा मिली है. जिसके बाद यहां के डिस्ट्रिक्ट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर और अन्य कुछ अधिकारियों को आरएमआरआई सेंटर भेजा. बीच में 2 से 3 दिन काम बुरी तरह प्रभावित रहा है. मगर यह समस्या सिर्फ आरएमआरआई सेंटर की ही है. सिविल सर्जन ने बताया कि अब वहां काम काफी तेजी से चल रहा है. जितने भी बैकलॉग हैं, पूरी उम्मीद है कि जल्द क्लियर हो जाएंगे. बीच में आरएमआरआई सेंटर में पॉर्टल का मेंटेनेंस कार्य भी चला. इस वजह से कार्य थोड़ा प्रभावित रहा.' -डॉ. विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना
कई जगहों पर लोग कर रहे हैं हंगामा
रिपोर्ट में देरी होने के कारण कई जगह कोरोना जांच केंद्रों पर लोग हंगामा कर रहे हैं. इस पर सिविल सर्जन ने कहा कि वे लगातार आरएमआरआई से संपर्क में हैं. उन पर दबाव बनायी जा रही है. जल्द से जल्द जितने भी बैकलॉग हैं, वह क्लियर किया जाए. कोरोना की जांच रिपोर्ट 24 से 48 घंटे के अंदर लोगों को हर हाल में मिल जाए. उन्होंने कहा कि वह आज भी आरएमआरआई सेंटर से बात करेंगी कि अविलंब बैकलॉग क्लियर किया जाए. क्योंकि काफी संख्या में आरएमआरआई सेंटर में सैंपल का बैकलॉग हो गया है.
चार अन्य जगहों पर भेजे जा रहे हैं सैंपल
सिरसा सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पटना में जितने भी आरटी पीसीआर जांच के सैंपल लिए जा रहे हैं. वह आरएमआरआई सेंटर के अलावा अन्य चार जगहों पर भी जा रहे हैं, जो आईजीआईएमएस, पटना एम्स, एनएमसीएच, नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हैं.
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