पटना: राजधानी पटना में अंडर पास नालों की सफाई के लिए रोबोट की मदद ली जाएगी. इसके लिए नगर निगम ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. जैसे ही नगर निगम को रोबोट मिलेगा, नालों की साफ-सफाई का काम जोर पकड़ लेगा. नगर निगम के इस काम की सराहना करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि इसके लिए तैयारी पूरी करनी होगी. कहीं ये योजना भी अन्य योजनाओं की तरह हवा-हवाई ना बनकर रह जाए.
पटना शहर के अंडर पास नालों की सफाई के लिए सफाई कर्मियों को आए दिन दो-चार होना पड़ता था. नालों की सफाई के लिए सफाईकर्मी अक्सर जहरीली गैस की चपेट में आकर बीमार हो जाते थे. कई बार तो बड़े हादसे का शिकार भी हो चुके हैं. ऐसे में रोबोट से नालों की सफाई करवाने की पहल नगर निगम ने की है. वहीं, नगर निगम का मानना है कि इस काम के लिए पहले जो सफाईकर्मी लगते थे, उन्हें शहर की साफ-सफाई में लगाया जाएगा.
रोबोट बनाने वाली कंपनी से हुई डील
निगम प्रशासन ने रोबोट बनाने वाली कंपनी से डील कर रखी है. बस कुछ दिनों में रोबोट मिलने वाले हैं. पटना नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने इस बाबत बताया कि मेनहोल या गटर की साफ-सफाई रोबोट के माध्यम से कराए जाने की परियोजना पर हम लोग जुटे हुए हैं. जैसे ही कंपनी से रोबोट मिलेगा, हम लोग काम करना शुरू कर देंगे.
![इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से हुआ करार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-03-pmc-is-preparing-for-high-tech-ho-special-7205536_02012021165825_0201f_1609586905_36.jpg)
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से हुआ करार
- कॉर्पोरेशन प्रोवाइड कराएगा रोबोट
- मार्च से शुरू हो जाएगी रोबोट से नालों की सफाई
बैंडीकूट मशीन से होगी डीप क्लीनिंग
![हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पीएमसी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-03-pmc-is-preparing-for-high-tech-ho-special-7205536_02012021165825_0201f_1609586905_973.jpg)
- बैंडीकूट मशीन (रोबोट) से नाले की सफाई की जाएगी.
- इस मशीन से करीब 125 किलो कचरे (गटर में जमे गाद, बालू, पत्थर, नॉन बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट) को एक बार में साफ किया जा सकता है.
- मशीन का बाहरी हिस्सा नाले के ऊपर चारों तरफ रखा जाता है. और दूसरे हिस्से में मौजूद इसकी चार बांहें नाले के अंदर तक जाकर गंदगी को बाहर निकालती हैं.
- मशीन का संचालन विशेषज करते हैं.
- मशीन में लगे ड्रोन एवं सेंसर के माध्यम से गटर की अंदरूनी स्थिति बाहरी हिस्स पर लगे मॉनिटर पर स्पष्ट दिखती है.
- वहीं, कंट्रोल पैनल के माध्यम से इसका संचालन होता है.
- कम समय में नाले की सफाई की जा सकती है.
'रोबोटिक मशीन से गटर की सफाई के दौरान जहरीली गैस के रिसाव से होने वाले नुकसान को खत्म किया जा सकता है. गटर में जमी गाद की गहराई से साफ-सफाई हो सकेगी. नगर निगम के संसाधनों का गुणवत्ता के साथ इस्तेमाल होगा. कार्य कम समय में पूरा होगा.'- हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पीएमसी
![अंडर पास नालों की सफाई करेगा रोबोट](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-03-pmc-is-preparing-for-high-tech-ho-special-7205536_02012021165825_0201f_1609586905_627.jpg)
'नगर निगम को करना होगा फोकस'
विशेषज्ञों ने निगम के इस फैसले को सही बताया है. संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि निगम प्रशासन को हर बिंदु पर काम करना होगा, ताकि यह परियोजना आने वाले दिनों में और आगे बढ़ सके. इसमें किसी तरह की कठिनाई ना हो, उस पर भी निगम को फोकस करना होगा. पहले भी निगम कई योजनाओं को लेकर घोषणा कर चुका है. लेकिन धरातल पर उतरने से पहले ही योजनाएं समाप्त हो जाती हैं. यदि शहर में नालों की सफाई रोबोट से होगी, तो निश्चित तौर पर सफाई कर्मी दुर्घटनाग्रस्त नहीं होंगे और सफाई भी अच्छे ढंग से हो सकेगी.
वर्तमान में चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, गुवाहाटी आदि शहरों में इस मशीन की सहायता से मेनहोल, अंडर पास नालों की सफाई की जा रही है. पटना नगर निगम भी अब इस मशीन से हाईटेक व्यवस्था करने की पहल कर रहा है. देखने वाली बात होगी कि धरातल पर ये मशीन कब तक आएगी.