पटना: बिहार के लोगों को अब अपनी आंखों के बेहतर इलाज के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. राजधानी के सगुना मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में मोतियाबिंद और लेसिक सर्जरी के लिए रोबोटिक प्रेसिजन फेमटोलेजर मशीन लगाया गया है. इस मशीन का उद्घाटन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने संयुक्त रूप से किया.
लेजर तकनीक के माध्यम से होगा मोतियाबिंद का इलाज
4 करोड़ की लागत वाले इस रोबोटिक मशीन से बिना ब्लेड लगाए लेजर के माध्यम से मोतियाबिंद और लेसिक सर्जरी की जा सकेगी. उक्त जानकारी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी ने दी. उन्होंने बताया कि इस मशीन से होने वाली सर्जरी से बिहार के चिकित्सा जगत में एक नया आयाम जुड़ेगा. रोबोटिक मशीन के अलावा मंगल पांडेय और अश्विनी चौबे ने हॉस्पिटल के मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर कॉम्प्लेक्स का भी उद्घाटन किया.
राजेन्द्र आई हॉस्पिटल का हो रहा नवीनीकरण- मंगल पांडेय
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि रोबोटिक प्रेसिजन फेमटोलेजर मशीन बिहार में पहला अत्याधुनिक मशीन है, जो आंख के मरीजों के लिए एक सुखद खबर है. अस्पताल प्रबंधन को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह की अत्याधुनिक मशीन को बिहार में लाने से यहां की स्वास्थ्य सुविधाओ में इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि सरकार भी राजेन्द्र आई हॉस्पिटल का नवीनीकरण करा रही है. यह 80 करोड़ की लागत से बन रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस सरकारी हॉस्पिटल में चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर भी बनाये जा रहे हैं.
'जनता की सेवा करने में मिलती है खुशी'
वहीं, इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कf जनता की सेवा से हमें खुशी और उनका आशीर्वाद मिलता है. क्षेत्र की जनता की खुशी में ही उनकी खुशी है. जनता की सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है अश्विनी चौबे ने डॉक्टरों की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे भी डॉक्टर बनना था. माता-पिता ने मेरा नाम भी अश्विनी कुमार इसीलिए रखा था. उन्होंने कहा कि बिहार में मंजूर हुए मेडिकल कॉलेजों के स्थापना कार्यों को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए मैंने राज्यपाल से मिलकर निर्माण कार्य त्वरित गति से करवाने, पर्यावरण कार्यक्रमों को गति देने और उद्योग धंधों को बढ़ावा देने जैसे कामों को करवाने के लिए आग्रह किया है.