पटना: एनआरसी को लेकर बिहार में एक बीडीओ का लेटर तेजी से वायरल हो रहा है. इस लेटर को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार लोगों को भ्रम में डालकर बिहार में एनआरसी लागू करना चाहती है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार की नीयत ठीक है, तो फिर इनके अधिकारी स्कूल के प्राचार्य को एनआरसी को लेकर पत्र क्यों लिख रहे हैं?
रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार की मंशा एनआरसी को लेकर साफ है और राज्य में इसे नहीं लागू होने देना चाहते हैं, तो फिर उनके अधिकारी पत्र क्यों लिख रहें हैं? फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि जिस तरह का पत्र सामने आया है, उससे स्पष्ट हो रहा है कि वर्तमान सरकार राज्य में एनआरसी लागू करना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले को लेकर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पत्र में जिस तरह की भाषा अधिकारी ने स्कूल के प्रचार्य को लिखा है. इससे ऐसा लगता है कि कहीं न कहीं किसी विशेष दल से प्रेरित होकर यह पत्र लिखा जा रहा है.
'रालोसपा नहीं लागू होने देगी एनआरसी'
फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि हम मांग करते हैं कि सरकार ऐसे अधिकारी पर सरकार कार्रवाई करे. उन्होंने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार केंद्र सरकार से भी दो कदम आगे चल रही है और लोगों को भ्रम में डालकर बिहार में एनआरसी लागू करना चाहती है, जबकि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इसे बिहार में लागू नहीं होने देगी.
पूरा मामला...
बिहार में एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है. इस पत्र में राजधानी पटना मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले मोकामा प्रखंड के बीडीओ सतीश कुमार ने बिहार में एनआरसी को लागू करा दिया है. बीडीओ का यह विवादित पत्र शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस पत्र को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पत्र को साझा करते हुए बिहार सरकार पर निशाना साधा है.
पकड़ा गया सरकार का सफेद झूठ- तेजस्वी
तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एनआरसी-एनआरपी पर पकड़ा गया श्री नीतीश कुमार जी का सफेद झूठ. बिहार में शुरू हो चुका है एनआरसी-एनपीआर का काम. अधिकारी की चिट्ठी ने खोला राज. अभी एनपीआर का कार्य किसी भी प्रदेश में शुरू नहीं हुआ है लेकिन बिहार में एनआरसी की प्रक्रिया नीतीश जी ने शुरू कर दी. अब आपको तय करना है असली संघी कौन है ?