नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के 6 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. रालोसपा ने इसे बीजेपी की चूक बताया है. रालोसपा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कहा कि गठबंधन धर्म के विपरीत जाकर बीजेपी ने जेडीयू विधायकों को शरण दिया है. यह गलत है.
'सुलझे हुए नेता हैं नीतीश'
माधव आनंद ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर आप सहयोगी दल के प्रति सम्मान की भावना नहीं रखते हैं तो गठबंधन धर्म को आप नहीं निभा पा रहे हैं. बिहार के सीएम सह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सशक्त और सुलझे हुए नेता हैं. यही कारण है कि वर्षों से बीजेपी के साथ उनका गठबंधन चला आ रहा है. 15 साल से वे मुख्यमंत्री हैं और जनता ने फिर उनको एक और मौका दिया है.
"अरुणाचल में बीजेपी से बड़ी गलती हुई है. जेडीयू की कार्यकारणी की बैठक आज से शुरु हो रही है. मुझे लगता इन मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होगी."- माधव आनंद, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव, रालोसपा
'जेडीयू का सफाया करने में लगी बीजेपी'
बता दें बिहार के चुनावी गठबंधन में बीजेपी हमेशा छोटे भाई की भूमिका में रही. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ज्यादा सीटें जीतकर जेडीयू के राजनैतिक कद को छोटा कर दिया था. बीजेपी ने जेडीयू को एक और झटका देते हुए अरुणाचल प्रदेश में 7 में से 6 विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है. इससे बिहार की सियासत भी गर्म हो गई है. आरजेडी की तरफ से कहा जा रहा है कि बीजेपी जेडीयू का सफाया करने में लगी है.