पटना: रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के बजट को छलावा कहा है. उन्होंने कहा कि बजट में केंद्र सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बाहरी निवेश करने का जो प्रावधान किया है, वो गलत है. उन्होंने कहा कि शिक्षा में निजीकरण प्रभावी होगा. गरीब लोग अच्छी शिक्षा से दूर होते जाएंगे.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मोदी सरकार को इस क्षेत्र में ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि निवेश करने वाले अपने हिसाब से संस्थान का फायदा और फीस तय करेंगे. नतीजा ये होगा कि गरीब लोग अपने बच्चों को अच्छे संस्थान में नहीं पढ़ा पाएंगे.
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'केंद्र सरकार को करना चाहिए फिर से विचार'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने सभी क्षेत्रों में प्राइवेट कंपनियों को आगे बढ़ाने की जो रणनीति बनाई है, वो देश के लिए घातक है. विदेश या बाहरी कंपनियां कभी भी देश के लोगों को उनके मुताबिक सुविधा नहीं दे पाएगी. ऐसे में केंद्र सरकार ने बजट में जिस तरह विदेशी निवेश पर जोर दिया है, उससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को कुछ नसीब नहीं होने वाला है.