पटना: पटना के जामा मस्जिद के पास जुम्मे के नमाज के बाद अतीक अहमद अमर रहे के नारे लगाए गए है इसको लेकर सियासी बयानबाजी तेज है. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा कि जो कुछ हुआ है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस तरह पुलिस के सामने अतीक अहमद के समर्थन और पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ के विरोध में नारे लगाए गए वो दुर्भाग्यपूर्ण है. हम लोग इस बात को जानते हैं कि बिहार में पीएफआई मॉडल को बढ़ावा दिया जा रहा है.
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"जो कुछ हुआ है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस तरह पुलिस के सामने अतीक अहमद अमर रहे के नारे लगाए गए, पीएम मोदी और योगी जी को लेकर नारे लगाए गए वो दुर्भाग्यपूर्ण है. बिहार में पीएफआई मॉडल को बढ़ावा दिया जा रहा है. नीतीश कुमार तुष्टीकरण की नीति अपना कर वैसे लोगों का वोट लेना चाहते हैं जो अपनी मनमानी बिहार में कर रहे हैं और समाज को बांट रहे हैं." -चंदन सिंह, प्रवक्ता, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी
समाज को बांट रहे हैंः रालोजपा नेता ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार ऐसे करने की छूट दे रखी है. उन्होंने सवाल उठाये कि बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान क्या हुआ और कार्रवाई किस पर हुई. जेल में बंद कौन लोग हैं, इस पर नीतीश कुमार कभी कुछ नहीं बोलते हैं. आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री तुष्टीकरण नीति के तहत वैसे लोगों का वोट लेना चाहते हैं जो अपनी मनमानी कर रहे हैं. समाज को बांट रहे हैं.
जनता को बताना होगा: चंदन सिंह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को थोड़ा भी बिहार को लेकर अच्छी सोच है तो इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करें. जिन्होंने नारा लगाया है उसे फौरन गिरफ्तार करें. उन्होंने कहा कि अब जब नारे लग गए तब महागठबंधन के नेता कह रहे हैं कि यह प्रायोजित था. अगर प्रायोजित ही था तो किसने करवाया इसकी जांच करवायी जाए. पुलिस जो मौके पर थी क्या कर रही थी. उस समय पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया. इन सब सवालों का जवाब जनता को बताना ही होगा.