पटना: राज्यसभा उपचुनाव के नामांकन तिथि के अंतिम तारीख तक राजद ने अपना कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है. सियासी रणभूमि तैयार करने के लिए जिस प्रकार राजद के नेताओं ने जुबानी जंग में चलाई. असल चुनाव में अपने दांव वापस पीछे खींच लिए हैं. जिसके बाद एनडीए उम्मीदवार सुशील मोदी का निर्वाचन तय माना जा रहा है. हालांकि एक निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना नामांकन पर्चा बतौर राज्यसभा उम्मीदवार के लिए दाखिल किया है. लेकिन कई खामियों के कारण निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन का रद्द होना तय माना जा रहा है.
एनडीए में आरजेडी नहीं लगा पाई सेंध
केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा की सीट पर उपचुनाव में रीना पासवान को समर्थन की बात कह राजद नेता एनडीए में सेंधमारी की कोशिश में थे. लेकिन खुद को मोदी का हुनमान बताने वाले चिराग ने अपने खाते की सीट बीजेपी के हथियाने के बाद भी पाला नहीं बदला. राजद नेताओं को इस बात की उम्मीद थी, रीना पासवान के समर्थन में वह लोजपा को अपने पाले में बिठा लेंगे. लेकिन उनकी एनडीए में सेंधमारी की कोशिश नाकाम साबित हुई. लेकिन तमाम बयानों के वाबजूद चिराग ने विपक्ष के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
सत्ता पक्ष के पास बहुमत, विपक्ष का उम्मीदवार खड़ा करने के कोई मायने नहीं
वहीं, इस उपचुनाव को लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि उपचुनाव में सत्ता पक्ष के पास बहुमत होने के कारण उनके उम्मीदवार की जीत तय होती है. इसलिए उप चुनाव में उम्मीदवार देने का कोई मतलब ही नहीं बनता है. जगदानंद सिंह ने कहा की राज्यसभा उपचुनाव में विधायक ही मतदाता होते हैं और जब सत्ता पक्ष के पास बहुमत है तो फिर विपक्ष का उम्मीदवार देने का कोई मायने नहीं है.
आज है नामांकन की आखिरी तिथि, 14 को होगा मतदान
बता दें कि 3 दिसंबर को नामांकन की आखिरी तारीख थी और 14 दिसंबर को इसके लिए मतदान होना है. अगर सुशील कुमार मोदी के अलावा दूसरा कोई नामांकन वैध पाया जाता है तभी चुनाव की नौबत आएगी. वरना सुशील कुमार मोदी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जाएगा.