पटना : राज्य की पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने की बजाय पंचायत समिति के जरिए काम लेने के सरकार के निर्णय पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं. मुख्य विपक्षी राजद ने नीतीश सरकार के इस निर्णय को अजीबोगरीब करार दिया है.
पंचायत चुनाव में क्या परेशानी
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सरकार से सवाल किया है कि जब कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए राज्य में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. पश्चिम बंगाल में चुनाव हो सकते हैं तो फिर पंचायत के चुनाव कराने में क्या परेशानी है. 'नीतीश सरकार को पंचायतों का कार्यकाल चुनाव होने तक बढ़ाना चाहिए था' :- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
पंचायतों का काम विकास परामर्श समिति करेगी
दरअसल, बिहार में 15 जून को पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में नीतीश कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है कि कोरोना की वजह से पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव समय पर नहीं होगा. अब पंचायतों का काम विकास परामर्श समिति के माध्यम से होगा.