पटना: राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तनवीर हसन ने कहा है कि बिहार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. बुधवार को जमुई में जो घटना हुई निश्चित तौर से वो मॉब लिंचिंग ही था. लेकिन सरकार इस तरह की घटनाओं को मॉब लिंचिंग नहीं मान रही है, जो कि बेहद चिंताजनक है.
तनवीर हसन ने कहा कि पूरे देश में मॉब लिंचिंग की घटना बड़े पैमाने पर हो रही है. मामूली सी बात को लेकर किसी इंसान को भीड़ का शिकार होना पड़ रहा है. इस तरह की घटना को सरकार अपराधिक घटना मानकर प्राथमिकी दर्ज कर रही है.
आरजेडी की जांच रिपोर्ट में खुलासा
छपरा में जो घटना हुई थी, उसे लेकर आरजेडी ने एक जांच टीम का गठन किया था. जांच की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि वह घटना मॉब लिंचिंग की ही थी. जबकि पुलिस ने उसे साधारण मर्डर की घटना कहकर मुकदमा दर्ज कराया था. रिपोर्ट पार्टी प्रदेश कार्यालय को सौंप दी गई है. उसमें मुख्य मुद्दा यह है कि मॉब लिंचिंग को कैसे रोका जाए.
'मॉब लिंचिंग पर कड़ा कानून बनाये सरकार'
तनवीर हसन ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता बहुत जल्द ही इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी सौंपेंगे. सरकार को यह मानना होगा कि वर्तमान समय में बिहार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही है. इसलिए कहीं ना कहीं कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है. हमारी बिहार सरकार से मांग है कि मॉब लिंचिंग को लेकर एक कठोर कानून बनाया जाए और मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रूपये मुआवजा दिया जाए.